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कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में सबसे बड़े योद्धा साबित हो रहे हैं सफाई कर्मचारी

समाफाईकर्मियों के हौसले और जिम्मेदारी की सभी तरफ हो रही चर्चा

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बागपत. लॉकडाउन में अपनी जिम्मेदारी के साथ लोगों को संक्रमण से बचाने में जहां डॉक्टर अपनी भूमिका निभा रहे हैं। वहीं, पुलिसकर्मी भी लॉकडाउन का पालन कराने में रक्षक बनकर मैदान में हैं, लेकिन एक और योद्धा है, जो इस कोरोना की जंग में अपनी मौजूदी का अहसास कराकर लोगों को संक्रमित होने से बचा रहा है, वह है सफाई कर्मी। कोरोना की इस जंग में गंदगी को दूर करने वाले ये सफाई कर्मचारी रूपी योद्धा आज भी उसी ईमानदारी और जिम्मेदारी से अपने कर्तव्यों का निवाह कर रहे हैं, जैसे पहले करते आये हैं। कोरोना के लॉकडाउन में सबसे बड़ा योद्धा सफाई कर्मचारी है, जो सुबह से ही शहर और गांव को गंदगी मुक्त करने में जुट जाते हैं। इनके करण ही संक्रमण फैलने से लोगों को बचा जा रहा है।

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ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के सफाई कर्मचारियों भी अपनी जिम्मेदारी को निभा रहा रहे हैं। ये लोग पूरे परिसर को हर वक्त साफ-सुथरा रखते हैं। जान जोखिम में डालकर क्वारंटीन सेंटरों में पहुंचकर सफाई करते हैं। उसके बाद सुरक्षित स्थान पर गंदगी को फेंकते हैं, ताकि संक्रमण न फैले। बागपत सीएचसी से लेकर नगर पालिकाओं और गांवों तक में सफाई का कार्य किया जा रहा है। जिन स्थानों से संक्रमण फैला है। उन स्थानों को क्वॉरंटीन कराने और वहां की सफाई कराना भी एक बड़ी जिम्मेदारी का काम है, लेकिन ये सफाई के योद्धा अपने काम को बखूबी अंजाम दे रहे हैं।

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क्वारांटीन सेंटर हो या आइसोलेशन वार्ड, सभी की सफाई की जा रही है। कोरोना का डर इन्हें भी लगता है, लेकिन वह अपनी परवाह कम और दूसरों की ज्यादा करते हैं। निर्धारित समय पर ड्यूटी पर आते हैं और समय पर ही ड्यूटी पूरी कर चले जाते हैं। इनके कार्यों की भी हर जगह सराहना हो रही हैं। डॉक्टरों से लेकर स्वास्थ्य विभाग के हर कर्मचारी उनकी कार्यों को सराह रहे हैं, लेकिन शासन से इसके लिए आये कुछ जरूरी निर्देशों का पालन कराने में प्रशासन आज भी पीछे नजर आ रहा हैं।