12 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

लॉकडाउन के बीच रोजमर्रा की जरूरी चीजों में जमकर हो रही मुनाफाखोरी

प्रशासन की ओर से निर्धारित मुल्य से ज्यादा वसूल रहे हैं दुकानदार

2 min read
Google source verification
veg.jpg

बागपत. लॉडाउन से लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो, इसको देखते हुए डीएम बागपत शकुंतला गौतम ने सभी तरह के फल, सब्जियों, दाल, चावल, चीनी समेत अन्य आवश्यक वस्तुओं के दाम निर्धारित कर किए हैं। उसके इस कदम का मुख्य मकसद था कि कोई किसी भी तरह की जमाखोरी और मुनाफाखोरी न कर सके। इसके बावजूद सब्जी और फल विक्रेता अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं।

यह भी पढ़ें: कोरोना के खौफ में यूपी के इस जेल में बंद 89 कैदियों को छोड़ा गया

हालात ये है कि फल एवं सब्जी विक्रेता खुलेआम निर्धारित की गई मूल्य से एक दो नहीं, बल्कि 10 से 20 गुना ज्यादा दाम ग्राहकों से वसूल रहे हैं। उदाहरण के तौर पर जहां हरी मिर्च की कीमत 50 रुपए प्रति किलोग्राम निर्धारित की गई है। ये विक्रेता उसे 200 से 250 रुपये प्रति किलोग्राम में बेच रहे हैं। इसी तरह से आलू की कीमत भी दो गुना तक बढ़ाकर बेचे जा रहे हैं। इससे आम जनता काफी परेशान होने लगी है। लोग इसकी शिकायत भी जिलाधिकारी को फोन के जरिए कर रहे हैं, ताकि मुनाफाखोरों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा सकें। इस संबंध में जब अपर जिलाधिकारी अमित कुमार से बात की गई तो उनका कहना था कि वह मामले को गंभीरता से दिखवा रहे हैं। इस तरह की हरकत करने वाले फल-सब्जी विक्रेताओं के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।

यह भी पढ़ें- कोरोना के खौफ में यूपी के इस जेल में बंद 89 कैदियों को छोड़ा गया

संक्रमण से बचने का भी नहीं कर रहे उपाय
गली-मोहल्लों में फल एवं सब्जी की बिक्री करने वाले विक्रेता संक्रमण से बचने के लिए किसी भी तरह के उपायों का प्रयोग अमल में नहीं ला रहे हैं। इनके द्वारा ना तो मास्क का प्रयोग किया गया है, ना ही ग्लब्ज का प्रयोग किया गया है और ना ही सैनिटाइजर का प्रयोग किया गया है। इतना ही नहीं बिक्री की जाने वाली सब्जी एवं फलों की साफ-सफाई पर भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसे लेकर लोग काफी डरे और सहमे हुए भी हैं। यही कारण है कि सब्जी और फल विक्रेताओं की शिकायत लोग प्रशासन से बार-बार कर रहे हैं।