
भांकरोटा के जयसिंहपुरा में सरकारी भूमि पर 703 अतिक्रमण के मामले को लेकर मंगलवार को चरणबद्ध तरीके से कच्ची बस्ती लोगों को जयसिंहपुरा में स्थित बीएसयूपी के 577 फ्लैट आवंटिए किए गए। इससे प्रशासन के उच्चाधिकारियों ने पुलिस प्रशासन के साथ बस्ती में फ्लैग मार्च कर लोगों से समझाइश दी।
सिंवारमोड़. भांकरोटा के जयसिंहपुरा में सरकारी भूमि पर 703 अतिक्रमण के मामले को लेकर मंगलवार को चरणबद्ध तरीके से कच्ची बस्ती लोगों को जयसिंहपुरा में स्थित बीएसयूपी के 577 फ्लैट आवंटिए किए गए। इससे प्रशासन के उच्चाधिकारियों ने पुलिस प्रशासन के साथ बस्ती में फ्लैग मार्च कर लोगों से समझाइश दी। सहमति से जिन परिवारों को बीएसयूपी के फ्लैट आंवटित हो गए वे स्वयं अतिक्रमण हटाने लग गए। सुबह कच्ची बस्ती से अतिक्रमण हटाने के लिए जेडीए दस्ता पहुंचा।
जेडीए जोन ११ उपायुक्त अशोक योगी ने बताया बस्ती के लोगों से पहले शिविर लगाकर पुनर्वास सहमति-पत्र भरवाकर जरूरी कागजात लिए थे। बीएसयूपी गाइड लाइन और पॉलिसी अनुसार 577 परिवारों को फ्लैट आवंटित कर दिए हैं। सूची चरणबद्ध तरीके से जारी कर सार्वजनिक स्थान पर चस्पा की गई है। शेष बचे पात्रों को भी जरूरी औपचारिकताओं के बाद फ्लैट दिए जाएंगे। उसके बाद कच्ची बस्ती को ध्वस्त कर अतिक्रमण हटाया जाएगा। सुरेंद्र सिंह, आरपीएस राजेंद्रप्रसाद, जयसिंहपुरा सरपंच नीलम मीणा, उपसरपंच नीतू शर्मा सहित भांकरोटा थाना पुलिस जाप्ता उपस्थित रहा।
बता दें, राजस्थान हाईकोर्ट ने जयपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी को आदेश दिए थे कि वह अजमेर रोड के जयसिंहपुरा गांव में सरकारी भूमि पर हुए अतिक्रमणों को हटाने की कार्रवाई करे। अदालत ने कहा कि ऐसा नहीं होता है तो 25 फरवरी को जेडीए आयुक्त अदालत में पेश हों और स्पष्टीकरण दें। २१ मई को मामले में जयपुर जिलाधीश को नोटिस भेजे गए थे और फिर 30 सितंबर को कलक्टर ने जयसिंहपुरा गांव में अतिक्रमणकारियों की सूची पेश की थी। इसमें 703 लोगों के नाम है।
बबूल के बीहड़ों में लगी भयंकर आग
डयोढी. निकटवर्ती गांव जाबदीनगर (नावां) जाबदी नगर रोड के पास मंगलवार रात्रि बबूल के पेड़ों में अचानक आग लग गई। देखते ही देखते तेज हवा के साथ आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। धुआं 2०० से 3०० फीट की ऊंचाई तक दिखाई दिया। सूचना मिलने पर नावां नगरपालिका की मिनी दमकल मौके पर पहुंची लेकिन वह आग बुझाने में पर्याप्त नहीं थी। मौके पर नायब तहसीलदार, एसडीएम, तहसीलदार, विकास अधिकारी व कुचामन डीवाईएसपी नगाराम व नावा पुलिस भी पहुंची। सैकड़ों लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई। आग बुझाने के लिए कुचामन, मकराना, परबतसर से फायर फाइटर को बुलाया। धीरे-धीरे आग ने हवा के साथ बबूल के पेड़ों से लगती हुई वन क्षेत्र को चपेट में ले लिया। 30 से 40 बीघा क्षेत्र को आगोश में ले लिया। आग लगने के कारण क्षेत्र में लगे 4 विद्युत पोलों के तार भी टूट गए। आग से वन्यजीवों की भी जलने से मौत हो गई। डिस्कॉम के कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर बिजली सप्लाई को बंद करवाया।
Published on:
19 Feb 2020 11:34 pm
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