शरद पूनम (15 अक्टूबर 2016 शनिवार) की रात को आप जितना दूध उतना पानी मिलाकर आग पर रख दें और खीर बनाने के लिए उसमें यथा योग्य चावल तथा शक्कर या मिश्री डालें। पानी बाष्पीभूत हो जाय, केवल दूध और चावल बचे, बस खीर बन गयी, जो दूध को जलाकर तथा रात को बादाम, पिस्ता आदि डाल के खीर खाते हैं उनको तो बीमारियाँ का सामना करना पड़ता है। उस खीर को महीन सूती कपड़े, चलनी या जाली से अच्छी तरह ढक कर चन्द्रमा की किरणों में पुष्ट होने के लिए रात्रि 9 से 12 बजे तक रख दें। बाद में जब खीर खायें तो पहले उसे देखते हुए 21 बार नमो नारायणाय। जप कर लें तो वह औषधि बन जायेगी।