घटना का वृतांत कुछ इस तरह है। बहराइच जिले के काजीपुरा इलाके के रहने वाले आफताब खां ने करीब 4 साल पहले अपनी बेटी याशमीन का विवाह नवाबगंज इलाके के रहने वाले दिलदार खां के साथ बड़े धूम धाम के साथ किया था।विवाह के दौरान याशमीन के पिता आफताब खां ने अपनी हैसियत के मुताबिक दान दहेज देकर अपनी बेटी को उसकी ससुराल बिदा किया था।लेकिन कुछ दिनों बाद दिलदार दहेज में मोटरसाइकिल की मांग को लेकर अपनी पत्नी पर अत्याचार करने लगा। याशमीन के साथ हो रहे की जानकारी जब उसके घर वालों को हुई तो उसकी बहनों ने किसी तरह 30 हजार रुपये इकठ्ठा करके उसके पति तक पहुंचाए। उसके बावजूद दहेज लोभी पति का लालच शांत नहीं हुआ और फिर रुपयों की मांग को लेकर याशमीन के साथ अमानवीय व्यवहार करता रहा। पीड़ित परिजनों ने गवाही देते हुए बताया कि आरोपी (पति) दिलदार खां ने याशमीन की पिटाई करते समय उसको करंट लगा लगाकर अक्सर यातनाएं दे रहा था। जिसका नतीजा ये है कि आज उसकी बेटी कोमा में है। कोमा में पहुंच चुकी पीड़िता याशमीन की मासूम बेटी उसके पास बिलख बिलख कर रोती नजर आ रही है।