ग्राम केरा निवासी देवसिंह पिता मूनहर सिंह टेकाम (45) 10 जून को जंगल गया था। इसी दौरान बालाघाट वन परिक्षेत्र के पंडार झरना के जंगल में एक बायसन ने उस पर हमला कर दिया। जिसके कारण वह गंभीर रुप से घायल हो गया था। सहयोगियों ने उसे तत्काल ही उपचार के लिए जिला चिकित्सालय लाकर भर्ती कराया था। लेकिन उसकी हालत गंभीर बनी हुई थी।
बालाघाट. बायसन के हमले से एक व्यक्ति गंभीर रुप से घायल हो गया था। जिसे उपचार के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था। जहां सर्जन डॉ. लिल्हारे ने जटिल ऑपरेशन कर घायल व्यक्ति को नया जीवन दिया है। फिलहाल घायल ग्रामीण का जिला चिकित्सालय में उपचार जारी है।
जानकारी के अनुसार भरवेली थाना क्षेत्र के ग्राम केरा निवासी देवसिंह पिता मूनहर सिंह टेकाम (45) 10 जून को जंगल गया था। इसी दौरान बालाघाट वन परिक्षेत्र के पंडार झरना के जंगल में एक बायसन ने उस पर हमला कर दिया। जिसके कारण वह गंभीर रुप से घायल हो गया था। सहयोगियों ने उसे तत्काल ही उपचार के लिए जिला चिकित्सालय लाकर भर्ती कराया था। लेकिन उसकी हालत गंभीर बनी हुई थी। जिला चिकित्सालय के सर्जन डॉ. लिल्हारे ने गंभीर रुप से घायल ग्रामीण का ऑपरेशन किया। जो कि सफल रहा। इस ऑपरेशन के बाद ग्रामीण को नया जीवन मिला है।
सर्जन डॉ. लिल्हारे ने बताया कि बायसन के हमले से ग्रामीण के पेट की पूरी अतडिय़ां बाहर आ गई थी। बायसन के सिंग फसने से कुछेक स्थानों से क्रेक या टूट गई थी। जिसके कारण घायल ग्रामीण की हालत काफी गंभीर बनी हुई थी। इस स्थिति में भी उसका जटिल ऑपरेशन किया गया। जो कि सफल हो गया।
सीएस डॉ. निलय जैन ने बताया कि इस तरह के प्रकरणों में गंभीर स्थिति को देखते हुए मरीज को मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया जाता है। लेकिन अस्पताल के सर्जन डॉ. लिल्हारे ने सफल सर्जरी कर ग्रामीण को नया जीवन दिया है। उन्होंने बताया कि 10 जून को बायसन के हमले से ग्रामीण गंभीर रुप से घायल हुआ था, जिसके बचने की संभावन नहीं थी।
Published on:
11 Jun 2024 10:16 pm