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2021 तक हर किसान को मिलेगा खेत के लिए भरपूर पानी 

प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत किए संयुक्त रूप से कार्ययोजना तैयार की जा रही है। सिंचाई के साधन विकसित किए जाएंगे, जिससे जिले के एक लाख से अधिक किसानों को लाभ मिलेगा।

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Mantosh Kumar Singh

Apr 12, 2016

balaghat

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बालाघाट. जिले के ऐसे किसान जिनके पास हर मौसम में कृषि कार्य करने सिंचाई के साधन नहीं है, ऐसे किसानों के खेतों में 2021 तक सिंचाई के लिए पानी मुहैया कराया जाएगा। यह दावा जिला प्रशासन के अधिकारी प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत कर रहे हैं। इनका कहना है कि इस योजना पर विभिन्न विभाग संयुक्त रूप से कार्य कर रहे हैं। सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो 2021 तक जिले के हर किसान के खेतों में सिंचाई के लिए पानी पहुंचने लगेगा। इस योजना से जिले के करीब एक से डेढ़ लाख किसानों को लाभ मिलेगा।

यह है योजना

उप संचालक कृषि विभाग राजेश त्रिपाठी के अनुसार किसानों को सिंचाई साधन महैया कराने व उन्हें आत्म निर्भर बनाना प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का उद्देश्य है। योजना के तहत शासन जल संरक्षण और उसके प्रबंधन के लिए उच्च प्राथमिकता करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह योजना एक केन्द्रीत तरीके से सिंचाई के साधन, खेत को पानी के कवरेज का विस्तार और जल उपयोग दक्षता में सुधार लाने की दृष्टि से तैयार की गई है। योजना के तहत सिंचाई स्रोत निर्माण, पानी वितरण, प्रबंधन, क्षेत्र आवेदन और विस्तार गतिविधियों पर कार्य किया जा रहा है।

चल रहा जानकारी जुटाने का काम

वर्तमान में उक्त विभागों की संयुक्त टीम द्वारा ग्राम सभाओं का आयोजन कर जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर ऐसे किसानों व क्षेत्र की जानकारी एकत्रित की जा रही है। इसी के साथ ही सिंचाई साधन विहीन क्षेत्र में तालाब निर्माण, स्टाप डैम, बांध, खेत तालाब व नहरों के माध्यम से हर किसान के खेत तक पानी कैसे मुहैया कराए जाए इस बाबत कार्ययोजना तैयार की जा रही है।

ये विभाग संयुक्त रूप से कर रहे कार्य

उपसंचालक कृषि ने बताया कि इस योजना को मूर्त रूप देने में कोई परेशानी न आए, इस कारण कृषि के अलावा अन्य विभाग भी इस योजना में संयुक्त रूप से कार्य कर रहे हैं। इन विभागों में भूमि संसाधन विभाग, जल संसाधन, नदी विकास और वैनगंगा संरक्षण विभाग, जलग्रहण प्रबंधन, आरईएस, आत्मा परियोजना विभाग शामिल है।

जिले के इन क्षेत्रों में अधिक परेशानी

कृषि विभाग के अनुसार जिले के लामता, परसवाड़ा, बिरसा व खैरलांजी आदि क्षेत्रों में सिंचाई की समस्या बनी रहती है। इस कारण इन क्षेत्रों में ड्रिप सिंचाई के माध्यम से सिंचाई के लिए पानी मुहैया कराए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं जिन क्षेत्र में राजीव सागर की नहरे व वैनगंगा नदी का पानी पहुंचता हैं, वहां लाइनिंग कार्य व नहर विस्तार के माध्यम से पानी पहुंचाया जाएगा।

लाखों किसान होंगे लाभांवित

त्रिपाठी ने बताया कि जिले में करीब तीन लाख 85 हजार किसान हैं। इनमें करीब एक से डेढ़ लाख किसानों के पास खासकर गर्मी के मौसम में सिंचाई की समस्या होने की जानकारी है। इस योजना के मूर्त रूप लेते ही इन्हीं एक से डेढ़ लाख किसानों को अधिक फायदा मिलेगा। इन किसानों का जीवन और बेहतर हो पाएगा।

इनका कहना है

शासन के दिशा-निर्देशानुसार कार्य किया जा रहा है। जिसमें अन्य विभाग भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। पिछले दिनों किसान सभा और अब ग्राम सभाओं के माध्यम से सारी जानकारी एकत्रित कर कार्ययोजना तैयार की जा रही है। इस योजना के तहत तेजी से कार्य किया जा रहा है।
राजेश त्रिपाठी, उपसंचालक कृषि विभाग

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