बालाघाट. बोर्ड कक्षाओं में फेल हुए विद्यार्थियों की 15 जून से रूक जाना नहीं योजना के तहत परीक्षाएं शुरू हो गई हैं। गुरूवार को पहला पर्चा हिंदी विषय का हल करवाया गया। इसके लिए शहर में 09 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं। घोषित टाइम टेबल के अनुसार कक्षा 10वीं की परीक्षाएं 24 जून तक व 12वीं की परीक्षाएं 29 जून तक चलेंगी। डीईओ कार्यालय के परीक्षा खंड प्रभारी शाहिद सिद्धकी ने बताया कि जिले में रूक जाना नहीं योजना के तहत 10वीं और कक्षा 12वी में फेल होने वाले 11204 विद्यार्थियों में से 6716 विद्यार्थियों ने इस परीक्षा में शामिल होने के लिए आवेदन फॉर्म भरा हैं। यदि वे परीक्षा में पास हो जाते हैं तो उन्हें अगली कक्षा में प्रवेश दिया जाएगा। वहीं फेल विद्यार्थियों को पास होने के लिए एक और मौका दिया जाएगा
538 ने हल किया पर्चा
जानकारी के अनुसार इस वर्ष कक्षा दसवीं में कुल 20830 विद्यार्थियों ने परीक्षा फॉर्म भरा था। जिसमें से 20615 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी। इनमें 13885 विद्यार्थी पास हो गए थे, जबकि 1991 को पूरक आई थी। वहीं कक्षा दसवीं में 4739 बच्चे फेल हो गए थे। जिसमें से हिंदी विषय में 596 विघार्थी फेल हुए थे। जिन्होंने इस परीक्षा में शामिल होने के लिए आवेदन किया था। इनमें 596 में से 438 विद्यार्थियों ने हिंदी विषय का पर्चा हल किया। 58 विद्यार्थी अनुपस्थित रहे। कक्षा 10वीं परीक्षा सुबह 8 से 11 बजे तक 9 केंद्रों पर संपन्न की गई।
12वीं के 1975 शामिल हुए विद्यार्थी
कक्षा 12वीं की मुख्य परीक्षा के लिए 21255 विद्यार्थियों ने अपना पंजीयन कराया था। जिसमें से 20998 विद्यार्थियों ने कक्षा 12वीं की परीक्षा दी थी। 10954 बच्चे पास हुए थे। वहीं 3539 बच्चों को पूरक व 6465 विद्यार्थी फेल हो गए हैं। रुक जाना नहीं ओपन बोर्ड की इस परीक्षा में शामिल होने के लिए कक्षा 12वी के फेल 6465 विद्यार्थियों में से 2115 विद्यार्थियों ने फार्म भरकर पुन: परीक्षा देने आवेदन किया था। गुरूवार को 2115 में से 1975 ने हिंदी विषय का पर्चा हल किया। 140 अनुपस्थित रहे। 12वीं परीक्षा दोपहर 2 से 5 बजे तक आयोजित की गई।
वर्सन
ऐसे विद्यार्थी जो बोर्ड की मुख्य परीक्षा में फेल हो गए थे। उन्हें पास होने के लिए एक मौका शासन ने दिया है। जिनकी परीक्षाएं रुक जाना नहीं ओपन बोर्ड के माध्यम से कराई जा रही हैं। शहर में 9 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। जो बच्चे इस परीक्षा में भी फेल हो जाएंगे उन्हें पास होने के लिए एक और मौका मिलेगा।
डॉ मनोज जैन, प्राचार्य समन्वयक संस्था एमएलबी