23 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

मनरेगा में मशीनों का उपयोग, ग्रामीणों को नहीं मिल रहा रोजगार

रोजगार की कमी के चलते पलायन कर रहे ग्रामीण

3 min read
Google source verification
01_balaghat_101.jpg


बालाघाट. ग्राम पंचायतों से ग्रामीणों को रोजगार नहीं मिल पा रहा है। मनरेगा योजना के तहत कराए जा रहे निर्माण कार्यों में मशीनों का उपयोग रहा है। रोजगार की कमी के चलते ग्रामीण पलायन कर रहे हैं। इधर, जिन मजदूरों ने मनरेगा के तहत कार्य किया है, उन्हें समय पर भुगतान भी नहीं हो पा रहा है। ताजा मामला जनपद पंचायत किरनापुर के ग्राम पंचायत सारद का प्रकाश में आया है।
जानकारी के अनुसार जिले में 308571 लोगों ने जॉब कार्ड के लिए आवेदन किया है। जिसमें से पंचायत विभाग ने 303498 लोगों को जॉब कार्ड स्वीकृत किया है। इन जॉब कार्डों के आधार पर जिले में 642078 पंजीकृत है। इनमें से 278859 जॉब कार्ड वर्तमान समय में चालू स्थिति में है। जिनमें 518376 लोग सक्रिय है। इन्हीं ग्रामीणों को रोजगार की आवश्यकता है। ग्रामीण रोजगार के लिए पंचायतों से मांग भी करते हैं, लेकिन उन्हें समय पर रोजगार नहीं मिल पाता है। रोजगार मिल भी गया तो उन्हें भुगतान की समस्या होती है। जिसके चलते ग्रामीणों का मनरेगा से विश्वास उठने लगा है।
जिले में जॉबकार्ड धारी
जिले के 10 ब्लॉकों में 278859 जॉब कार्डधारी है। जिसमें कटंगी में 28940, खैरलांजी में 29114, लालबर्रा में 33342, वारासिवनी में 27886, बालाघाट में 23867, किरनापुर में 29613, बैहर में 21129, परसवाड़ा में 21811, बिरसा में 32439 और लांजी विकासखंड में 30718 जॉबकार्ड धारी मौजूद है।
महानगरों की ओर कर रहे पलायन
जिले में एक तो रोजगार की कमी, ऊपर से ग्राम पंचायतों से भी रोजगार नहीं मिल पा रहा है। जिसके चलते ग्रामीण रोजगार की तलाश में महानगरों की ओर पलायन कर रहे हैं। जो वर्ष दो बार होली और दीपोत्सव में अपने गांव लौटते हैं। इसके अलावा विशेष आयोजनों में ही ग्रामीण अपने घर पहुंचते हैं।
ग्रापं सारद में मशीन से हो रहा सडक़ का निर्माण कार्य
जनपद पंचायत किरनापुर अंतर्गत ग्राम पंचायत सारद में सुदूर सडक़ का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। लेकिन इस सडक़ का निर्माण कार्य मशीनों से हो रहा है। ग्राम पंचायत ग्रामीणों को रोजगार न देकर मशीनों से कार्य करवा रही है। इसकी शिकायत ग्रामीणों ने संबंधित अधिकारियों से भी की है। लेकिन किसी ने इसे गंभीरता से नहीं लिया है। जिसके कारण समस्या जस की तस बनी हुई है। ग्राम के उपसरपंच नंदकिशोर ढेकवार सहित अन्य पंचों ने इस सडक़ निर्माण कार्य की जांच की मांग की है। उपसरपंच नंदकिशोर ढेकवार के अनुसार सरपंच, सचिव नियमों को ताक पर रखकर निर्माण कार्य करवा रहे हैं। सडक़ निर्माण कार्य में मशीन का उपयोग हो रहा है। निर्माण कार्य के दौरान न तो पानी का छिडक़ाव हो रहा है और न ही बेलन चलाया जा रहा है। उन्होंने इस मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।
इनका कहना है
ग्रापं सारद में सुदूर सडक़ का निर्माण करवाया जा रहा है। निर्माण कार्य में मशीनों का उपयोग हो रहा है। ग्रामीणों को रोजगार नहीं दिया जा रहा है। मामले की शिकायत की गई है। इस प्रकरण की जांच होना चाहिए।
-नंदकिशोर ढेकवार, उपसरपंच, ग्रापं सारद
पंचायत की ओर से मजदूरों से दो-तीन दिन कार्य करवाया गया है। कार्य में सफाई नहीं थी, इस कारण मशीनों का उपयोग किया गया है। मशीनों से निर्माण कार्य को समतल करने का कार्य किया जा रहा है।
-रमेश बिसेन, सरपंच प्रतिनिधि, ग्रापं सारद
ग्राम पंचायत में सुदूर सडक़ का निर्माण हो रहा है। लेकिन निर्माण कार्य में ट्रैक्टर, रापा का उपयोग हो रहा है, इसकी मुझे जानकारी नहीं है। यह कार्य पंचों की उपस्थिति में करवाया जा रहा है।
-डोमाजी पांचे, सचिव, ग्रापं सारद
निर्माण कार्य में रापा चलाए जाने की मुझे भी जानकारी नहीं है। पंचों, मेट ने मुरुम की ढेर की ऊंचाई अधिक होने से आवागमन की समस्या बताई थी। इस कारण मुरुम के ढेर को समतल कराया जा रहा है।
-स्मिता सहारे, ग्राम रोजगार सहायक, ग्रापं सारद


बड़ी खबरें

View All

बालाघाट

मध्य प्रदेश न्यूज़

ट्रेंडिंग