शूटिंग के लिये लोकेशन तय
फिल्म की शूटिंग सबसे पहले बालाघाट रेंजर कॉलेज के परिसर में होगी। शहर के पीजी कॉलेज, मलाजखंड, चन्द्रकुआ गांव में कुछ सीन शूट किये जाएगे। उसके बाद पायली बीट के मंझारा में होगी। साथ ही लौगुर वन परिक्षेत्र के मयूर बिंदु और खारा के जंगल में शूट किया जाएगा। फिल्म के सीन में सागौन के घने जंगल दिखाये जाएगे।
फिल्म यूनिट में 500 लोग
फ़िल्म की शूटिंग के लिये डाइरेक्टर अभिनेत्री सहित 500 लोगों की टीम गोंदिया पहुंच गई है। यूनिट के साथ आये कलोकारों के अलावा स्थानीय कलाकारों को भी मौका दिया जाएगा। यानि कि शेरनी फिल्म में स्थानीय कालाकार भी नजर आयेंगे।
कोरोना को लेकर सख्ती
यूनिट के पहुंचते ही सबसे पहले गोंदिया में कोविड टेस्ट कराया गया है। साथ ही पूरे शूट के दौरान भारत सरकार द्वारा तय की गई गाइड लाइन के तहत ही फिल्मांकन करने की बात कही जा रही है। सीन की रिहर्सल और शूटिंग के समय पीपीई किट पहनना अनिवार्य किया गया है। फ़िल्म की आधी से ज्यादा शूटिंग पहले ही हो चुकी है।
सशर्त मिली अनुमति
फल्म की शूटिंग के लिये जियल जेड इंटरटेनमेंट सर्विस को सशर्त मध्यप्रदेश शासन ने अनुमति ली है। फिल्म की शूटिंग के दौरान किसी भी तरह से वन संपदा को नुक्सान नहीं पहुंचाने की बात कही गई है। शूटिंग के लिए किसी भी तरह का स्थाई व अस्थायी निर्माण नहीं किए जाने की शर्त भी है। वही अनुमति के साथ कहा गया है कि फिल्म में बालाघाट के सीन को फिल्म में दिखाना होगा।