
राजनैतिक लड़ाई
अमित कुमार
बलिया . बीजेपी सांसद भरत सिंह और एमएलसी रवि शंकर सिंह के बीच विवाद बढ़ता ही जा रहा है। ममला ठंडा होने के बजाय लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। दोनों ओर से आरोप-प्रत्यारोप जारी है। यह विवाद अब और तूल पकड़ सकता है, ऐसा इसलिये कहा जा रहा है क्योंकि अपने विवादित बयानों से सुर्खियों में बने रहने वाले बीजेपी के चर्चित विधायक सुरेन्द्र सिंह इसमें कूद गए हैं। उन्होंने सपा के राज्यसभा सांसद नीरज शेखर और एमएलसी रविशंकर सिंह पप्पू पर गंभीर आरोप लगाते हुए चाचा भतीजे की जोड़ी को बलिया के ऐतिहासिक धरेहरों को नष्ट कर सम्पत्ति बनाने का आरोप लगाया।
सोनबरसा बैरिया अस्पताल के जर्जर टीकाकरण और जच्चा-बच्चा केन्द्र के ध्वस्तीकरण और हरे पेड़ों की कटायी का मामला अब राजनैतिक रंग ले चुका है। इसको लेकर बीजेपी सांसद भरत सिंह और एमएलसी रविशंकर सिंह पप्पू के बीच आरोप-प्रत्यरोप का दौर जारी है। राजनेतिक विद्वेश इस हद तक पहुंच गया है कि एक दूसरे पर कीचड़ उछालने में भी कोई परहेज नहीं। अब इस लड़ाई में बीजेपी विधयक सुरेन्द्र सिंह भी कूद पड़े हैं। उन्होंने अस्पताल भवन को तोड़ने के लिये एमएलसी रविशंकर सिंह पप्पू का नाम लेकर उन्हें न सिर्फ जिम्मेदार ठहराया बल्कि उनके खिलाफ एंटी भू माफिया कानू न के तहत तहसीलदार की ओर से एफआईआर दर्ज करने की बात कही। पप्पू सिंह को आरोपी कहते हुए एफआईआर में उनका नाम शामिल होने का भी दावा किया।
इतना ही नहीं पप्पू सिंह पर जय प्रकाश नारायण ट्रस्ट जयप्रभा जी के नाम पर बने जय प्रभा गेस्ट हाउस और विकलांग केन्द्र मिड्ढा पर भी कब्जा करने का आरोप ल गाया। कहा कि राज्य सभा सदस्य नीरज शेखर पप्पू सिंह का संरक्षण कर रहे हैं।
भरत सिंह भी एमएलसी रविशंकर सिंह पप्पू की ओर से उन्हें मानसिक रूप से बीमार होने के बयान से विचलित दिखे। कहा कि मानसिक संतुलन उनका खराब होता है जो लोग रेव पार्टी करते हैं और अनाप-शनाप खाते हैं। मेरे जैसा आरएसएस स्वयं सेवक का नहीं जो रोज योगा करता है ओर दूसरों की सेवा करता है। कहा कि मैं पैसा खर्च कर सांसद नहीं बना, बल्कि जनता ने आशीर्वाद देकर बनाया है। परिवार पर लाल बालू के अवैध व्यापार में संलिप्तता के आरोप का जवाब देते हुए कहा कि मेरा परिवार प्रतिष्ठित है, छोटा भाई त्रिभुवन सिंह पूर्व जिला पंचायत सदस्य, उनकी पत्नी भी जिला पंचायत सदस्य रह चुकी हैं, छोटा भाई बीकॉम करके खेती करता है। परिवार में जब कोई व्यापार ही नहीं करता तो अवैध व्यापार में संलिप्त कैसे रह सकता है।
कहा कि जय प्रभा गेस्ट हाउस मं चन्द्रशेखर जी, अखिलेश दास और जनेश्वर मिश्र की सरकारी नीधियां लगने के बावजूद उसका पप्पू सिंह के कब्जे में रहना दुर्भाग्यपूर्ण है। कहा कि ये योगी-मोदी का राज है इसमें भ्रष्टाचार नहीं चलेगा, प्रकरण की पूरी जांच कराकर दोषी को कड़ी सजा मिलेगी।
Updated on:
30 Nov 2018 12:24 pm
Published on:
04 Nov 2018 04:42 pm
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