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दुष्कर्म पीड़िता पहुंची आरोपी के घर, फिर…

जेल मेेंं बंद आरोपी को बताया पति, अपने ही परिजनों से खतरा बता सुरक्षा की लगायी गुहार

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rape victim

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बलिया. जनपद के रेवती थाना क्षेत्र अंतर्गत एक गांव में शनिवार को अजीब वाकया हुआ। हुआ यह कि जिस युवती से दुष्कर्म के आरोप में एक युवक दो माह से जेल की सलाखों के पीछे बंद है, अचानक वह युवती युवक के घर पहुंच गई। पीली साड़ी में सज-धज कर सिंदूर भरी मांग के साथ पहुंची युवती को देख युवक के परिजन भी परेशान हो गये। लेकिन युवती ने जब मुंह खोला, सभी दंग रह गये। युवती के अनुसार आरोपी युवक और वह पति-पत्नी हैं। दोनों ने आठ माह पूर्व क्षेत्र के पचरूखा देवी मंदिर में हिन्दू रीति-रिवाज से शादी कर ली थी। युवक के घरवालों ने उसे अपनाने की प्रतिबद्धता व्यक्त कर दी, लेकिन युवती के परिजन इसके लिये तैयार नहीं। अब परिजन युवती के नाबालिग होने का हवाला देकर शादी को अवैधानिक बता रहे हैं। परिजनों ने आरोप लगाया कि पुत्र को रिहा कराने के लिये उनकी नाबालिग बेटी को बहला-फुसलाकर आरोपी के परिजन अपने पक्ष में कर लिये हैं।


बताया जाता है कि दुष्कर्म के चर्चित मामले में तब नया मोड़ आ गया, जब पीड़ित लड़की नयी-नवेली दुल्हन के लिबास में अपने ही गांव के आरोपी संतोष के घर पहुंच गयी। उसने संतोष को अपना पति बताया व उसके परिजनों से बताया कि आठ माह पहले ही दोनों ने शादी कर ली थी। आरोपित के घरवालों ने भी अपने ही गांव की युवती को बहू के रुप में स्वीकार कर लिया। इसकी जानकारी जैसे ही युवती के परिजनों को मिली, परिजन तत्काल थाने पहुंच गये। युवती के परिजनों की शिकायत पर थाने में तैनात उपनिरीक्षक श्रीकृष्ण यादव तत्काल गांव पहुंच गये। यादव ने युवक-युवती के परिजनों का पक्ष सुना। दोनों के घरवालों से बातचीत की। पुलिस ने लड़की से भी पूछताछ की, जिसमें वह आठ माह पूर्व ही संतोष से शादी के अपने दावे पर अडिग रही।

परिजनों से बताया जान को खतरा
युवती ने पुलिस से अपनी सुरक्षा की गुहार लगायी। युवती ने अपने मां-बाप एवं परिवार के अन्य सदस्यों से खुद की जान को खतरा बताते हुए कहा कि उसे जान से मारने की लगातार धमकी दी जा रही है।

यह है मामला
घटनाक्रम की शुरुआत हालिया 26 सितम्बर को हुई। गांव से छह किलोमीटर दूर दलछपरा गांव के समीप युवती अचेतावस्था में पड़ी थी। आसपास के लोगों ने उसे तत्काल अस्पताल पहुंचाने के साथ ही उसके परिजनों इसकी सूचना दी। सूचना पाकर पहुंचे परिजनों ने गांव के ही दो युवकों संतोष एवं हरिशंकर के खिलाफ दुष्कर्म का नामजद मुकदमा दर्ज कराया था। मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। अब मामले में नया मोड़ आने से जहां पुलिस की जांच एवं मेडिकल रिपोर्ट पर सवाल उठने लगे हैं, वहीं रेवती पुलिस भी हैरान है।