12 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

एडीएम के अहलमद को रिश्वत लेते विजिलेंस की टीम ने रंगेहाथ पकड़ा

अहलमद की गिरफ्तारी से तहसील में हड़कम्प मच गया

2 min read
Google source verification
up news

एडीएम के अहलमद को रिश्वत लेते विजिलेंस की टीम ने रंगेहाथ पकड़ा

बलिया. भ्रष्टाचार व रिश्वतखोरी की शिकायत मिलने के 24 घंटे के अंदर ही भ्रष्टाचार निवारण संगठन वाराणसी के प्रभारी निरीक्षक रामसागर की टीम ने बिल्थरारोड तहसील में तैनात एसडीएम के अहलमद को रंगेहाथ पकड़ दबोच लिया। अहलमद की गिरफ्तारी से तहसील में हड़कम्प मच गया।

रिश्वतखोर अहलमद के खिलाफ प्रभारी निरीक्षक रामसागर की तहरीर पर उभांव पुलिस ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है। गिरफ्तार अहलमद को वाराणसी स्थित एंटी करप्शन कोर्ट में पेश किया गया। बतादें कि नगरा थाना क्षेत्र के गौरीटार निवासी हरिश्चन्द्र यादव ने भ्रष्टाचार निवारण संगठन वाराणसी के प्रभारी निरीक्षक रामसागर से 06 सितम्बर (गुरुवार) को शिकायत किया था कि उन्होंने बिल्थरारोड तहसील क्षेत्र के बिहरा हरपुर निवासी मुर्तजा पुत्र आफताब से आराजी नम्बर 191 में 1/4 भाग जमीन रजिस्ट्री कराया था। वर्ष 2001 में रजिस्ट्री जमीन की तारमीन भी हो गयी।

लेकिन कुछ दिनों बाद तहसील प्रशासन की गलती से पुन: विक्रेता मुर्तजा का नाम ही जमीन पर अंकित रह गया। इसकी जानकारी होने पर हरिश्चन्द्र तहसीलदार बिल्थरारोड को नाम सुधार के लिए प्रार्थना पत्र दिया। जांचोपरांत तहसीलदार ने हरिश्चन्द्र के पक्ष में रिपोर्ट भी लगा दिया। वहां से फाइल एसडीएम के अहलमद वशिष्ठ मौर्य के पास पहुंची। लेकिन अहलमद वशिष्ठ मौर्य सुविधा शुल्क के नाम पर हरिश्चन्द्र को दौड़ाने लगा।

करीब 6 माह तक परेशानी झेलने के बाद भी उसका काम न हो सका। बाद में हरिचन्द्र ने अहलमद की डिमांड 1500 रुपये को पूरा करने का भरोसा दिया। अहलमद से बात तय हो गयी कि तहसील गेट के बगल में हरिश्चन्द्र उसे 1500 रुपये देंगे। इसके साथ ही वृद्ध हरिश्चन्द्र भ्रष्टाचार निवारण संगठन वाराणसी के दफ्तर में पहुंचकर शिकायत किये।

शुक्रवार को प्रभारी निरीक्षक रामसागर के नेतृत्व में इंस्पेक्टर विनोद कुमार यादव, मुख्य आरक्षी नरेन्द्र कुमार सिंह व आरक्षी सुनील कुमार यादव की टीम निर्धारित स्थान पर पैनी नजर रखी। अपरान्ह 2.30 बजे के आस-पास अहलमद तहसील गेट के बाहर आये, जिन्हें हरिश्चन्द्र ने 1500 रुपये रिश्वत स्वरूप दिया। अहलमद पैसा जेब में रख रहे थे, तभी टीम ने उन्हें रंगे हाथ दबोच लिया।