
जीवनदायिनी तांदुला जलाशय ओवरफ्लो ( Photo - Patrika )
CG News: अच्छी बारिश के कारण तीन साल बाद बालोद, दुर्ग, बेमेतरा की जीवनदायिनी तांदुला जलाशय छलक गया है। इसी तरह खरखरा जलाशय भी बुधवार को शतप्रतिशत भर गया। ( CG News ) तांदुला जलाशय के सुबह से ही छलकने की सूचना मिलते ही दूर-दूर से पर्यटक सुंदर दृश्य को देखने जलाशय पहुंचे। तांदुला जलाशय में जलभराव क्षमता 38.50 फीट है। वर्तमान में यहां 38.70 फीट पानी भरा हुआ है। ओवरफ्लो दीवार से लगभग दो इंच ऊपर से पानी गिर रहा है।
जलसंसाधन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि तांदुला जलाशय से लगभग 850 क्यूसेक पानी वेस्टवियर दीवार से छलक रहा है। पर्यटकों की भीड़ को देखते हुए पर्यटकों की सुरक्षा के लिए पुलिस बल भी तैनात किए गए हैं।
इधर बेमेतरा जिला के बेरला ब्लाक क्षेत्र में अल्प वर्षा हुई है किसानों की मांगों को देखते हुए बुधवार को दोपहर तांदुला जलाशय के मुख्यगेट को खोल दिया है। तांदुला नहर के माध्यम से 100 क्यूसेक पानी तांदुला जलाशय से किसानों के खेतों में पहुंच रहा है।
2013 में 38.70 फीट पानी भरने से ओवरफ्लो हुआ था। 6 अगस्त 2014 को तांदुला में 38.80 फीट पानी भरने से 13 दिनों तक ओवरफ्लो रहा। 28 अगस्त 2018 को 38.50 फीट जलभराव से ओवरफ्लो हुआ था। 15 अगस्त 2022 को तांदुला में 39 फीट से ज्यादा पानी भरा और ओवरफ्लो हुआ था। अब 3 सितंबर 2025 को 38.70 फीट पानी भरा हुआ है।
जल संसाधन विभाग के ईई पियूष देवांगन ने कहा कि तांदुला जलाशय ओवर फ्लो हो चुका। खरखरा व मटियामोती में शतप्रतिशत जल भराव है। उम्मीद है कि गोंदली जलाशय भी शतप्रतिशत भर जाएगा। जलाशयों में सुरक्षा व्यवस्था के पुलिस बल लगाया गया है। पर्यटकों भी अपील कर रहे हैं कि वे ओवरफ्लो दीवार के नजदीक न जाएं।
तांदुला प्रदेश का तीसरा सबसे बड़ा जलाशय है। इसके छलकने के साथ तांदुला नदी भी उफान पर है। नदी के किनारे बसे गांवों में पहले से मुनादी करवा दी गई है। राहत और बचाव के लिए जिला प्रशासन की टीमों को अलर्ट पर रखा गया है।
सिंचाई विभाग के मुताबिक तांदुला जलाशय इससे पहले 15 अगस्त 2022 को छलका था। इस दौरान 39 फीट पानी भरा था। इस बार 3 सितंबर को छलक गया।
Updated on:
04 Sept 2025 02:22 pm
Published on:
04 Sept 2025 02:21 pm
बड़ी खबरें
View Allबालोद
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
