
हाइटेक ठगों ने बदला पैटर्न, एटीएम व डेबिड ही नहीं, अब आधार नंबर से भी बैंक खातों में लगाने लगे हैं सेंध
बालोद. समय के साथ हाईटेक ठगों ने भी अपना पैटर्न बदल लिया है। कभी एटीएम, तो कभी डेबिड कार्ड ब्लॉक होने का झांसा देकर कार्ड का गुप्त कोड नंबर पूछ खाते में सेंध लगाने थे। अब एटीएम, डेबिड और क्रेडिट कार्डधारियों का आधार नंबर से लिंक मोबाइल नंबर का इस्तेमाल खाते में सेंध लगाने के लिए करने लगे हैं।
कौन बनेगा करोड़पति या फिर अन्य टीवी शो के नाम पर लाखों का लक्की इनाम का देते हैं झांसा
बालोद जिले में ऐसी कई घटनाएं सामने आई है। ठगों ने मोबाइल नंबर को पहले ब्लॉक करने ओटीपी नंबर भेजते हैं। उसके बाद उसी नंबर को फिर से री-एक्टीवेट कराकर लोगों के बैंक खाते से रकम उड़ा लेते हैं। पुलिस सूत्रों ने बताया कि उत्तरप्रदेश, बिहार और झारखण्ड के हाइटेक ठगों ने ठगी का तरीका बदल दिया है। ठग किसी एक नंबर से लोगों को मैसेज भेजकर कौन बनेगा करोड़पति या फिर अन्य टीवी शो के नाम पर लाखों का लक्की इनाम निकालने का झांसा देकर फंसाते हैं।
विश्वास में लेने इस तरह रचते हैं व्यूह रचना
पुलिस साइबर क्राइम विभाग के अनुसार इस मैसेज में दो मोबाइल नंबर होते हैं, जिस पर कॉल करने पर गिरोह के सदस्य पहले कॉल करने वाले का नाम, पता आदि पूछते हैं। फिर उस नंबर की सत्यता जांचने का बहाना बनाकर 6 डिजिट का एक और मैसेज भेजते हैं, जिसे बताने के लिए कहा जाता है। इस छह अंकों के नंबर को ब्लॉक करने का ओटीपी नंबर होता है। ओटीपी नंबर हासिल करने के बाद ठग गिरोह उस नंबर को रि-एक्टिवेट करा लेते हैं। फिर मोबाइल धारक का आधार नंबर से लिंक मोबाइल नंबर से बैंक खाते का पूरा ब्यौरा निकालकर खातों में जमा पूरी रकम को ऑनलाइन दूसरे खाते से ट्रांसफर कर लेते हैं।
लालच में न आएं, नहीं बताएं फोन से अपना गुप्त नंबर
एसपी आइके एलिसेला ने लोगों से ऐसे मैसेज या इनाम के लालच में न आकर सावधान रहने की अपील की है। उन्होंने किसी भी अनजान नंबर से इनाम मिलने, मोबाइल एटीएम ब्लॉक होने, आधार लिंक कराने जैसे मैसेज आने पर अनदेखी करने को कहा है।
Published on:
29 Aug 2018 08:08 am
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