कई महीनों से लगभग 22 से 26 हाथियोंं का समूह डौंडी ब्लॉक के गांवों में विचरण कर रहे हैं। हर दिन किसी न किसी किसान की फसल बर्बाद हो रही है। वहीं वन विभाग भी मदद नहीं कर पा रहा है।
पिछले वर्ष महासमुंद क्षेत्र से भटककर चंदा हाथी का यह दल डौंडी विकासखंड आया है। अलग-अलग क्षेत्र मेंं विचरण करने से वन विभाग को इन पर निगरानी के लिए जद्दोजहद करनी पड़ रही है। जंगली हाथियों के दल ने इससे पूर्व ग्राम गुजरा व दानीटोला मेें जमकर उत्पात मचाया। हाथियों के एक दल ने अडज़ाल में फसल को नुकसान पहुंचाया।
16 सितंबर को हाथी ने ग्राम कुर्रूभाठ निवासी संतोष भुआर्य नामक व्यक्ति को मार डाला। अब तक तीन लोगों को मारा है। हाथियों के उत्पात से लोगों मेंं दहशत है। स्थानीय एवं जिला प्रशासन के आला अधिकारी हाथियों से बचाव के लिए उपाय कर रहे हैं, लेकिन हाथियों का उत्पात नहीं थम रहा है। हाथियों ने फसलों के अलावा आवासों को नुकसान पहुंचाया है। ग्रामीणों ने वन विभाग से ठोस उपाय कर हाथियों को भगाकर राहत प्रदान करने की मांग की है। हाथियों का लोकेशन बदलता रहता है, जिसे लेकर सतर्कता बरती जा रही है।
डौंडीलोहारा वन परिक्षेत्र में इन दिनों 20 से 22 हाथियों का दल विचरण कर रहा है। अधिकारी जीवनलाल सिन्हा ने बताया कि दल प्रभारी आदो राम मंडावी, वनपाल व दल सहायक रूपराम ठाकुर, वन रक्षक मौके पर तैनात रहे। उन्होंने बताया कि लगभग 20 से 22 की संख्या में हाथी विचरण कर रहे हैं। फसल हानि हुई है लेकिन मकान और जन हानि नहीं हुई है। वर्तमान में हाथियों का लोकेशन कक्ष क्रमांक – 327 पीएफ परिसर मुड़पार है। मुड़पार, हितापठार, बासदो, लमती, तुएगोंदी, तुमड़ीकसा, कमकापार, जरहा लमती अलर्ट पर है। सिन्हा ने बताया कि कक्ष क्रमांक 327 पीएफ में उपवनमंडलाधिकारी ने हाथी विचरण क्षेत्र में दौरा किया है। मुड़पार मे भी ग्रामीणों से जंगल की ओर व हाथी विचरण क्षेत्रों में न जाने मुनादी कराई गई है।