
कोरोना लॉकडाउन में छीना काम, बेरोजगारी से परेशान युवक ने फांसी लगाकर दे दी जान
बालोद. कोरोना संक्रमण (COVID-19) से लॉकडाउन के चलते बेरोजागर (Unemployed Yoth commit suicide in Balod) हो गए रानीतराई के एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस की प्रारंभिक तफ्तीश में भी यह बात सामने आई है कि काम बंद हो जाने व रोजागर का नया साधन नहीं मिलने से वह परेशान था। रानीतराई में 25 जू4 की रात 25 वर्षीय युवक देवधर निर्मलकर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह घटना गुरुवार रात्रि 11 से 12 बजे रात्रि मध्य की है।
वैवाहिक कार्यक्रम में गए थे परिजन
घटना के समय घर के बाकी लोग पड़ोस में वैवाहिक कार्यक्रम में खाना खाने गए थे। जब परिजन घर आए तो उनकी भाभी पूजा रूम की तरफ गई। वहां देवधर फांसी पर लटका था। मामले में बालोद थाना प्रभारी जीएस ठाकुर की टीम ने मृतक के परिजनों का बयान लिया।
बेरोजगारी से परेशान था युवक
पुलिस ने जब परिजनों से पूछताछ की तो पता चला कि युवक बेरोजगार था और वह काफी परेशान रहता था। लॉकडाउन के चलते दो माह से काम भी बंद है, जिससे और ज्यादा तनाव में रहता था। पुलिस की प्रथम जांच में अभी यह बात सामने आ रही है की युवक ने बेरोजगारी से ही परेशान होकर ही आत्महत्या की है।
मां ने चिकन की सब्जी नहीं दी तो बेटे ने कर दी पिटाई
बालोद जिले के गुरुर थाना अंतर्गत ग्राम तार्री में चिकन की सब्जी नहीं देने पर बेटे ने लात घुसे से अपनी ही मां की पिटाई कर दी। इस घटना के बाद पीडि़त मां ने गुरुर थाने में अपने बेटे के खिलाफ मारपीट करने का मामला दर्ज करवाया। यह घटना 26 जून की शाम 7 बजे की है। पीडि़त दुलौरिन बाई ने बताया उसका बेटा धनंजय हल्बा अपनी पत्नी और बच्चों के साथ एक ही घर में अलग रहता है।
शुक्रवार को चिकन खाने का शौक हुआ तो दुलौरिन ने अपने घर में चिकन की सब्जी बनाई। बेटा धनंजय कढ़ाई से निकालकर ले गया। बाद में फिर मांगने लगा तो मां ने कहा कि सब्जी खत्म हो गई और कहां से दंूगी। इसी बात से नाराज धनंजय ने अपनी मां की पिटाई कर दी। महिला की आंख, सिर व पीठ पर चोट आई है। पुलिस ने पीडि़त मां की रिपोर्ट पर आरोपी बेटे धनंजय के खिलाफ धारा 294, 323, 506 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
Published on:
28 Jun 2020 11:23 am
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