
Chhattisgarh News: बीते सालों में जिले का सिमगा ब्लॉक मवेशियों की अवैध खरीद-फरोत का हॉट-स्पॉट बनकर उभरा था। पुलिस ने यहां के गणेशपुर, विश्रामपुर, झनकपुर और किरवई जैसे गांवों के अलावा पूरं जिले में पशु क्रूरता की दिशा में नियंत्रण में बड़ी कामयाबी हासिल की है।
पिछले 5 सालों की बात करें तो 19 मामलों में 46 आरोपियों को गिरतार कर जेल भेजा गया। किरवई गांव में 50 साल से लग रहे पशु बाजार को बंद कराया गया। हड्डियों के 4 गोदाम भी सील किए गए हैं। ऐसे अपराधों के खिलाफ जिले में आने वाले दिनों में भी सती लागू रहेगी।
जिला पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, बलौदाबाजार में पशु क्रूरता और तस्करी पर कड़ी नजर रखी जा रही है। गणेशपुर और विश्रामपुर में चल रहे हड्डी गोदामों का कारोबार पूरी तरह से बंद करवा दिया गया है। इन गोदामों में पशु क्रूरता की घटनाओं की लगातार शिकायतें मिल रही थीं।
इसके अलावा किरवई गांव में 50 साल से लग रहे पशु मेले को भी बंद करवा दिया गया है। यह मेला सरपंच के प्रतिवेदन के बाद जनपद सीईओ ने निरस्त किया है। यहां मवेशी व्यापार की अवैध गतिविधियां होने के बात पुता हो चुकी थी। वहीं, पशु तस्करी में लिप्त गणेशपुर निवासी इलु मसीह के को जिला बदर किया गया है।
गणेशपुर और आसपास के इलाकों में भी मवेशियों की अवैध खरीद-फरोत की बहुत शिकायतें रहीं हैं। ऐसे में पुलिस ने यहां एक सहायता केंद्र खोल दिया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) भाटापारा को यहां का नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। अब एएसपी अपने इलाके में लगातार भ्रमण करते हुए पशु क्रूरता के साथ शराब की अवैध तस्करी के मामलों पर भी कड़ी कार्रवाई करेंगे।
Chhattisgarh News: पशु क्रूरता रोकने के लिए पुलिस गांववालों की भी मदद ले रही है। इसके लिए लोगों को जागरूक करते हुए शपथ दिलवाई जा रही है कि वे खुद पशुओं पर क्रूरता नहीं करेंगे। कोई दूसरा करे तो तत्काल पुलिस को इसकी सूचना देंगे।
मुहिम के तहत खासातौर पर हॉट स्पॉट माने जाने वाले विश्रामपुर और गणेशपुर के ग्रामीणों को शपथ दिलाई गई है कि वे इस तरह के अपराधों में शामिल नहीं होंगे। पुलिस का सहयोग करेंगे। ऐसे अपराधों पर नियंत्रण के लिए एक कमेटी भी बनाई गई है। इसमें स्थानीय लोग पुलिस से मिलकर काम करेंगे।
Updated on:
28 Feb 2025 01:59 pm
Published on:
28 Feb 2025 01:58 pm
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