ठेकेदारों की लापरवाही व अधिकारियों की सुस्त मॉनिटरिग से इस योजना को पलीता लग रहा है। हालत तो यह है कि पाइपलाइन बिछने घरों में नल कनेक्शन लग जाने के कई महीनों के बाद भी पानी टंकी निर्माण की कछुआ चाल गति के चल रहा है। भीषण गर्मी के समय में भी लोगों को पेयजल के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण हैंडपंप व कुएं का पानी पीने को मजबूर हैं। ऐसे में ठेकेदारों की लापरवाही व विभाग की उदासीनता के कारण विकासखंड में नल जल योजना सिर्फ कागजों तक ही सिमट कर रह गई है।
विकासखंड के मुंडा, बरदा, गिंदोला के आश्रित गांव धौराभाठा, चिचीरदा, चिरपोटा, डोंगरा, सिरियाडीह, अहिल्दा, करदा, पंडरिया सहित कई ग्राम पंचायतों में पानी टंकी निर्माण कार्य को अधूरा छोड़कर ठेकेदार नदारत हैं। ग्राम पंचायत मुंडा के वार्ड क्रमांक 4 पंच प्रतिनिधि कमलेश रजक, पंच प्रतिनिधि परमेश्वर साहू, दिलीप वर्मा, पंच उमाशंकर वर्मा, प्रवीण पांडेय ने बताया कि मुंडा में जल जीवन मिशन के तहत पाइप लाइन बिछाने नल कलेक्शन चैंबर बनाने एवं पानी टंकी निर्माण का ठेका रायपुर के संजय अग्रवाल के द्वारा लिया गया है। इनके द्वारा संबंधित कार्य का बोर्ड नहीं लगाया गया है। नल कलेक्शन चेंबर बनाने के दौरान ठेकेदार के द्वारा शुरुआत से ही जमकर भ्रष्टाचार किया गया। सीमेंट नहीं के बराबर डाला गया।
चेंबर बनाने के दौरान संबंधित विभाग के कोई भी अधिकारी निरीक्षण करने नहीं पहुंचा है। इसका फायदा ठेकेदार के कर्मचारियों के द्वारा उठाया गया। जिसके चलते चैंबर बनाने के कुछ दिनों के बाद ही चेंबर टूटना शुरू हो गया।
वहीं कई घरों में चेंबर का निर्माण भी नहीं किया गया। पानी टंकी का निर्माण किया जा रहा है तो ठेकेदार के द्वारा कभी 4 महीने तो कभी 2 महीने निर्माण कार्य को बंद कर दे रहे हैं। ठेकेदार के सुपरवाइजर को बोलने पर आजकल में कार्य चालू हो जाएगा कहकर पल्ला झाड़ रहें हैं। इसी तरह का हाल ग्राम पंचायत गिंदोला के आश्रित गांव धौराभाठा का है जहां जल जीवन मिशन के तहत पानी टंकी निर्माण कार्य का ठेका दिया गया है। इसका लागत राशि 73 लाख 39 हजार रुपए हैं। साल भर होने को है और पानी टंकी निर्माण कार्य अधूरा है। सरपंच घनाराम पटेल ने बताया कि पानी टंकी का निर्माण कार्य अभी भी अधूरा है और पिछले दो-तीन माह से निर्माण कार्य को अधूरा छोड़कर ठेकेदार के कर्मचारी यहां से चला गया है।
ठेकेदारों की कमजोरी की वजह से काम रुका हुआ है। काम को अधूरा छोड़ देने वाले ठेकेदारों को नोटिस दी गई है। आरके ध्रुव, एसडीओ, लोस्वायां विभाग