क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डा. दिग्विजयनाथ ने शनिवार को बताया कि जोशांदा काढ़ा, पूरी तरह से देशी काढ़ा है। कोरोना वायरस के संक्रमण काल के अलावा भी इसके सेवन से फायदा होता है। यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और सर्दी, खांसी जुकाम से बचाने में कारगर होता है। बुखार से होने वाली शरीर की जकड़न इससे ठीक होती है। वहीं कोरोना से बचाव में यह काढ़ा अहम भूमिका निभा रहा है।
डा. दिग्विजयनाथ बताते हैं कि भारतीय चिकित्सा पद्धति विश्व की सबसे प्राचीन पद्धति है। आयुर्वेद ने पूरी दुनिया को चिकित्सा का ज्ञान दिया है। एनर्जी के लिए जो परिवार सॉफ्ट ड्रिंक को वरीयता देते थे आज उन परिवारों सहित युवा पीढ़ी भी आयुर्वेदिक काढ़े को पीना बेहतर समझ रही है। इसके अलावा विभिन्न प्रकार के योगासन भी कोरोना वायरस से लड़ने में सहायक साबित हो सकते हैं।
-जोशांदा काढ़ा बनाने की विधि :- जोशांदा काढ़ा बनाने के लिए साफ पानी, तुलसी की पत्ती, लौंग, काली मिर्च, छोटी इलायची, अदरक, गुड़ और चायपत्ती की जरूरत होती है। इसे बनाने के लिए सबसे पहले 4 कप पानी गर्म होने के लिए रख दें। जब पानी उबलने लगे तब उसमें पीसी हुई लौंग, काली मिर्च, इलायची, अदरक, और स्वादानुसार गुड़ ड़ाल दें। थोड़ी देर बाद तुलसी की पत्तियां इसमें डाल दें। उसके बाद चायपत्ती। जब पानी 2 कप यानि आधा रह जाए तो गैस बंद कर दीजिए। पानी को छान लें। इसे सुबह शाम गर्म पीना ही फायदेमंद होता है।
-आयुष मंत्रालय के सुझाव :- शरीर के इम्यून सिस्टम को दुरुस्त रखने के लिए गुनगुना पानी और आंवला, एलोवेरा, गिलोय, नींबू आदि का जूस पीना चाहिए। इसके अलावा पानी में तुलसी के रस की कुछ बूंदें डालकर अथवा गर्म दूध में हल्दी मिलाकर पी सकते हैं। तुलसी की 5 पत्तियां, 4 काली मिर्च, 3 लौंग, एक चम्मच अदरक का रस शहद के साथ ले सकते हैं। अथवा तुलसी की 10-15 पत्तियां, 5-7 काली मिर्च, थोड़ी दालचीनी और अदरक की चाय पी सकते हैं।