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गेहूं खरीद केंद्रों पर किसानों का बड़े पैमाने पर हो रहा शोषण, खूब हो रही मनमानी

- घटतौली के साथ किसानों के भुगतान में भी कटौती

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wheat procurement centers

Large scale exploitation of farmers at wheat procurement centers

बलरामपुर. जिले में गेहूं खरीद केंद्रों पर किसानों का बड़े पैमाने पर शोषण किया जा रहा है। खरीद केंद्रों पर घटतौली करने के साथ ही किसानों के भुगतान में भी कटौती की जा रही है। गेहूं खरीद केंद्र पर जाने वाले किसानों से पल्लेदारी के नाम पर भी अवैध वसूली की जा रही है। मामला पीसीएफ गेहूं खरीद केंद्र खरदौरी, श्रीदत्तगंज का है। यहां गेहूं की तौल कराने आने वाले किसानों से खर्चे के नाम पर 5 फीसदी की वसूली की जाती है।

किसान अनिल कुमार सिंह ने बताया की उन्होंने 44.50 कुंटल गेहूं की तौल कराई थी लेकिन केवल 42 कुंटल गेहूं का पैसा उसके खाते में भेजा गया। खरीद की पावती भी नियम से नहीं दी जाती। किसान दीनानाथ ने बताया कि उन्हें मात्र एक सादे कागज पर तौल लिखकर दे दिया गया और जो भुगतान उनके खाते में भेजा गया, उसमें 5 परसेंट की कटौती की गई। जबकि तौल के समय पल्लेदारी के नाम पर 20 प्रति क्विंटल के हिसाब से अवैध वसूली की गई। किसानों का कहना है कि खरीद केंद्रों पर कोई भी जिम्मेदार अधिकारी मौजूद नहीं होता, जिससे वह अपनी शिकायत कर सकें। खरीद केंद्रों पर की जा रही मनमानी से किसानों में आक्रोश भी हैं।

लापरवाही पाए जाने पर होगी कड़ी कार्रवाई

जिला प्रशासन ने इसे गंभीर मामला बताते हुए मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की बात कही है। अपर जिलाधिकारी अरूण कुमार शुक्ल ने कहा कि केंद्र श्रीदत्तगंज के संबंध में एक कंप्लेन आई है कि इसमें पावती जो दी गई है किसान को उससे पेमेंट कम गेहूं का दिया गया है। जिसकी कंप्लेन हुई है, इसकी जांच करेंगे। जितनी रिसीविंग हुई है उतनी पेमेंट करनी पड़ेगी। अगर ऐसा जानबूझकर किया गया है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।