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फिर कभी मेरा चेहरा नहीं देख पाओगे…दसवीं में दो बार फेल होने का बोझ नहीं झेल पाया मासूम

Banda News: बांदा में एक 16 साल का मासूम बच्चा दसवीं में दो बार फेल हुआ। वो अपनी असफलता को झेल नहीं पाया और फांसी लगाकर जान दे दी। परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। 

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Banda

Sonu Verma

Banda Suicide News: उत्तर प्रदेश एक बांदा जिले के सातर गांव के रहने वाले छत्रपाल वर्मा के 16 साल के बेटे सोनू वर्मा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों ने बताया कि सोनू दसवीं में लगातार दो बार फेल हो गया था। वो अपनी असफलता से बहुत परेशान था। वो कहता था कि अब तो मेरा एडमिशन भी नहीं हो पायेगा।

दूसरे मकान में किया सुसाइड 

सोनू के भाई मनीष ने बताया कि सोनू सोमवार को दोपहर में खाना खाने के बाद 100 मीटर की दुरी पर दूसरे मकान में चला गया। शाम चार बजे सोनू के पिता ने सोनू की बहन मधु को ये देखने के लिए भेजा कि उसने भैंसों को पानी पिलाया या नहीं। मधु जब दूसरे मकान में गई तो उसकी आंखें फटी की फटी रह गई। उसने घर आकर बताया कि सोनू फंदे से लटका हुआ है। 

पुलिस ने क्या कहा ? 

सोनू के पिता छत्रपाल वर्मा दो बीघा जमीन के किसान हैं। कोतवाली प्रभारी राजेंद्र कुमार राजावत ने बताया कि प्रथम दृष्टया फंदा लगाकर खुदकुशी की है। परिजन हाईस्कूल में दो बार फेल होने की बात कह रहे हैं।

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पहले से इशारे दे रहा था सोनू

छत्रपाल वर्मा के पांच बच्चों में सोनू चौथे नंबर पर था। वो बबेरू के जेपी शर्मा इंटर कॉलेज में हाईस्कूल का छात्र था। फांसी लगाने से पहले वो अपनी मां-बाप को घर के कीमती सामानों की चाबी भी सौंप दिया था। सोनू के दोस्तों ने बताया कि वो कहता था फिर कभी मेरा चेहरा नहीं देख पाओगे।