
Mukhtar Ansari
बांदा. Surities Withdraw Bail of Mukhtar Ansari in Attack Case. यूपी की बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) की मुश्किलें और बढ़ गई है। जमानतदारों ने एक जानलेवा हमले में मुख्तार की जमानत वापस ले ली है। दरअसल, प्रयागराज के सोरांव इलाके के रहने वाले दो सगे भाई मोहम्मद अकबर और मोहम्मद अकमल ने बीएसपी विधायक (BSP MLA) की जमानत ली थी। लेकिन अब उन्होंने जमानत वापस ले ली है। एमपी एमएलए कोर्ट में उन्होंने अर्जी दी कि कुछ पर्सनल काम से दोनों शहर के बाहर जा रहे हैं। इसलिए वह मुख्तार की जमानत वापस लेना चाहते हैं। जज आलोक श्रीवास्तव ने दोनों जमानतदारों की अर्जी स्वीकार करते हुए मामले में दी गई जमानत रद्द कर दी। अब मुख्तार की जेल से बाहर आने की राह और भी मुश्किल हो गई है। कोर्ट ने मुख्तार का कस्टडी वारंट बनाए जाने का भी आदेश जारी किया है। मामले की अगली सुनवाई 22 अगस्त को होगी।
मुख्तार अंसारी की जमानत रद्द
26 अगस्त, 2010 को जानलेवा हमले के मामले में मुख्तार को जमानत दी थी। अब एक बार फिर उसकी जमानत रद्द कर दी गई है। मुख्तार अंसारी पर गाजीपुर के मोहम्मदाबाद थाने में साल 2009 को आईपीसी की धारा 307, 506 और 120 बी के तहत केस दर्ज किया गया था। उस दौरान जिन सगे भाइयों ने माफिया की जमानत ली थी अब उन्होंने निजी कारणों से जमानत वापस ले ली है। इसके बाद जेल में बंद माफिया की मुश्किलें और भी बढ़ गई हैं। अब उसकी जेल से बाहर निकलने की राह और भी मुश्किल हो जाएगी। 22 अगस्त को मुख्तार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये कोर्ट में पेश किया जाएगा।
Published on:
14 Sept 2021 11:36 am
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