प्रात: रोज गार्डन से प्रवेश यात्रा की शोभायात्रा प्रारंभ हुई। इसके बाद जयनगर में जिनदर्शन व चैत्यवंदन किया गया। शोभायात्रा में सबसे आगे शांति का प्रतीक जैन ध्वज चल रहा था। इसके बाद नृत्य करते हुए विभिन्न लोककलाकार सबका मनोरंजन करते हुए चल रहे थे।
शोभायात्रा में महिला मंडलों, बालक बालिका मंडलों आदि सदस्य मंडलों की वेशभूषा में सज-धज कर चले रहे थे। युवक आचार्य रत्नाकरसूरीश्वर की पालकी को कंधों पर उठाएं चल रहे थे। शोभायात्रा एमईएस ग्राउण्ड के प्रांगण में पहुंचकर धर्मसभा में परिवर्तित हुई।
संगीतकार विपिन पोरवाल ने गुरु वंदनावली प्रस्तुत की। जयनगर के ट्रस्ट मंडल के चंपालाल कोठारी, अंबालाल, राजेशकुमार गिरीया, चन्द्रकुमार संघवी, मांगीलाल चौहान, मोहनलाल नाणेचा, ललितकुमार गांधी ने दीप प्रज्ज्वलन किया। संघवी हीराचंद खरगांधी, राजेशकुमार जैन, विजयभाई कांगटाणी ने धर्मनाथ परमात्मा के चित्रपट्ट पर माल्र्यापण किया। समारोह में आचार्य द्वारा रचित कई ग्रथों का विमोचन किया गया। आचार्य ने होसपेट व सिकन्दराबाद संघ को प्रतिष्ठा के मुहूर्त प्रदान किए गए।
मांगीलाल हीराचंद चौहान परिवार ने आचार्य का सामैया, संघवी सरदारमल जवाहरमल खरगांधी परिवार ने काम्बली, भंवरलाल खिंवेसरा परिवार ने संघपूजन एवं रमेशकुमार हरण परिवार ने प्रात: विधि ग्रंथ वोहराने का लाभ प्राप्त किया। लाभार्थियों का संघ की ओर से सम्मान किया गया। संचालन रोहित गुरु ने किया।
चंपालाल कोठारी ने स्वागत किया, चन्द्रकुमार ने धन्यवाद प्रेषित किया। आदिनाथ जैन संघ के सचिव प्रकाशचंद राठौड़, जैन इंटरनेशनल ट्रेड ऑर्गनाईजेशन के चेयरमैन पारस भंडारी सहित अनेक संघों के पदाधिकारी व भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया।