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आत्मनिर्भरता के प्रति वायुसेना प्रतिबद्ध: वायुसेना प्रमुख

उन्होंने स्नातक अधिकारियों से सशक्त, सक्षम और आत्मनिर्भर भारत को आकार देने के लिए आवश्यक सटीकता और उत्कृष्टता के मूल मूल्यों को बनाए रखने का भी आह्वान किया।

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एयर चीफ मार्शल ए. पी. सिंह Air Chief Marshal A. P. Singh ने उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान (एएमसीए) और एलसीए एमके-2 जैसी विकास परियोजनाओं के माध्यम से स्वदेशीकरण के प्रयासों को रेखांकित किया। उन्होंने स्नातक अधिकारियों से सशक्त, सक्षम और आत्मनिर्भर भारत को आकार देने के लिए आवश्यक सटीकता और उत्कृष्टता के मूल मूल्यों को बनाए रखने का भी आह्वान किया।

वे शुक्रवार को शहर के विमान और प्रणाली परीक्षण प्रतिष्ठान (एएसटीइ) में भारतीय वायु सेना परीक्षण पायलट स्कूल के 47वें उड़ान परीक्षण पाठ्यक्रम के समापन समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा, विशेषज्ञ क्षेत्र के रूप में परीक्षण उड़ान की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसके लिए पेशेवर क्षमता, निष्ठा और सेवा के प्रति समर्पण के उच्चतम मानकों की आवश्यकता होती है। उन्होंने स्नातक अधिकारियों को प्रमाण पत्र और मेधावी अधिकारियों को ट्रॉफी प्रदान की।सर्वश्रेष्ठ ऑल-राउंड छात्र परीक्षण पायलट के लिए प्रतिष्ठित सुरंजन दास ट्रॉफी स्क्वाड्रन लीडर एस. भारद्वाज को प्रदान की गई, जबकि स्क्वाड्रन लीडर अजय त्रिपाठी उड़ान मूल्यांकन में सर्वश्रेष्ठ छात्र परीक्षण पायलट के लिए चीफ ऑफ द एयर स्टाफ ट्रॉफी के विजेता रहे।

सर्वश्रेष्ठ ऑल-राउंड छात्र उड़ान परीक्षण इंजीनियर के लिए स्क्वाड्रन लीडर शुभ्रज्योति पॉल को महाराजा हनुमंत सिंह स्वॉर्ड प्रदान की गई। उड़ान मूल्यांकन में सर्वश्रेष्ठ छात्र परीक्षण इंजीनियर के लिए डनलप ट्रॉफी विंग कमांडर अश्विनी सिंह को प्रदान की गई। मेजर कौस्तुभ कुंटे ग्राउंड विषयों में सर्वश्रेष्ठ छात्र के लिए दी जाने वाली कपिल भार्गव ट्रॉफी के विजेता बने।