
बल्लारी उपचुनाव : सिद्धरामय्या व श्रीरामुलु में छिड़ी जुबानी जंग
बेंगलूरु. उपचुनाव में कांग्रेस व भाजपा के बीच प्रतिष्ठा की जंग बनी बल्लारी सीट का प्रचार करने गए पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या व भाजपा नेता बी. श्रीरामुलू के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है। इस सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार वी.एस.उग्रप्पा के पक्ष में चुनाव प्रचार करने गए सिद्धरामय्या ने भाजपा के स्टार प्रचारक बी. श्रीरामूलु को जमकर निशाना बनाया, वहीं श्रीरामुलु ने भी पलटकर जवाब दिए।
सिद्धरामय्या ने कहा कि हैदराबाद कर्नाटक क्षेत्र के विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 371 के बारे में श्रीरामुलु को कोई जानकारी नहीं है। इस पर श्रीरामुलु ने पलटवार करते हुए कहा कि उनको संदेह है कि जिस वक्त वे इस मसले पर लोकसभा व विधानसभा में बोल रहे थे उस वक्त सिद्धरामय्या गहरी नींद में सो रहे होंगे।
अपने चुनावी भाषण में सिद्धरामय्या ने मतदाताओं से श्रीरामुलु को खारिज करने का आह्वान करते हुए कहा कि उनका संबंध भारतीय दंड संहिता की धारा 326, 307, 323 तता 420 से ही रहा है औरउनको संविधान के अनुच्छेद 371 जे के बारे में कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने श्रीरामुलू जैसे लोगों को सत्ता से दूर रखने का आह्वान करते हुए कहा कि ऐसे लोगों को वोट देकर क्या वे प्रगति की उम्मीद कर सकते हैं जिन्होंने पूर्व में येड्डियूरप्पा के साथ मिलकर राज्य के प्राकृतिक संसाधनों को लूटने का काम किया।
उन्होंने उग्रप्पा को विशुद्ध कन्नडिग़ा व वाल्मीकि समुदाय का बड़ा नेता बताते हुए कहा कि यदि यहां के लोग उग्रप्पा को चुनेंगे तो वे संसद में राज्य की समस्याओं को उठाएंगे। दूसरी तरफ श्रीरामुलु ने अब तक लोकसभा में जिले की समस्याओं को कभी नहीं उठाया और भाजपा की उम्मीदवार जे. शांता से भी ऐसी उम्मीद करना बेमानी होगा।
श्रीरामुलु ने सिद्धरामय्या पर जवाबी हमला करते हुए कहा कि सांसद बनने के बाद उन्होंने लोकसभा में 572 प्रश्न उठाए और 22 बहसों में भाग लिया जबकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने केवल 12 बहसों में ही हिस्सा लिया और वे एक भी प्रश्न उठाने में विफल रहे हैं।
Published on:
25 Oct 2018 05:05 pm
बड़ी खबरें
View Allबैंगलोर
कर्नाटक
ट्रेंडिंग
