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जैन धार्मिक पाठशाला का वार्षिकोत्सव

सुरेश शाह व सुरेंद्र सी शाह ने पाठशाला की जानकारी दी

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जैन धार्मिक पाठशाला का वार्षिकोत्सव

बेंगलूरु. चिकपेट आदिनाथ जैन श्वेताम्बर संघ के विजयालब्धि सूरी जैन धार्मिक पाठशाला का वार्षिकोत्सव पंन्यास कल्परक्षित विजय, मुनि अजितचंद्र सागर आदि ठाणा साध्वी आदि की निश्रा में मनाया गया। पाठशाला चेयरमैन देवकुमार जैन ने कहा कि व्यवहारिक शिक्षा के बोझ तले धार्मिक शिक्षा, संस्कार पूरी तरह से डूबते जा रहे हैं। सुरेश शाह व सुरेंद्र सी शाह ने पाठशाला की जानकारी दी। प्रकाशचंद्र राठौड़ ने आभार व्यक्त किया।


संसार में चार प्रकार के लोग
बेंगलूरु. विजयनगर स्थानक में साध्वी मणिप्रभा ने कहा कि इंस संसार में चार प्रकार के मनुष्य होते हैं। जो बाहर से सुंदर, भीतर से काले, बाहर से काले और अंदर से सुंदर, बाहर से काले और अंदर से भी काला, बाहर से भी सुंदर और अंदर ेसे भी सुंदर।
उन्होंने कहा कि पहले प्रकार के लोगों का बाहरी जीवन तो सुंदर होता है भौतिक एश्वर्य भी संपन्न होते हैं। दूसरे प्रकार के लोगों का जीवन बाहर से काला है दिखने में भी बदसूरत होता है। तीसरे प्रकार के लोगों का जीवन न तो बाहर से सुंदर होता दिखने में भी बदसूरत होते हैं। चौथे प्रकार के लोग जो बाहर से भी सुंदर और अंदर से भी सुदर जिनका जीवन होता है।

महात्मा गांधी नूर नहीं, कोहिनूर थे
बेंगलूरु. राजाजीनगर स्थानक में साध्वी संयमलता के सान्निध्य में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती अहिंसा दिवस के रूप में मनाई गई।
साध्वी ने कहा कि महात्मा गांधी नूर नहीं, कोहिनूर थे, मानव नहीं महामानव थे। साध्वी अमितप्रज्ञा ने कहा कि मंगल हमें कर्तव्यनिष्ठ, कर्तव्य परायण बनना सिखाता है। साध्वी संयमलता, साध्वी कमललप्रज्ञा ने श्रीरामपुरम पहुंच साध्वी वैभवश्री के 27 उपवास के सुखसाता पूछी।

बापू का बड़ा योगदान
बेंगलूरु. आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में आचार्य कुमुद नंदी ने कहा कि गांधी का देश की स्वतंत्रता में बहुत बड़ा योगदान है। शहीदों और गांधी की कुर्बानी का पुरस्कार देश की स्वतंत्रता है। उन्होंने कहा कि गांधी के दो वस्त्र, दो उद्देश्य और तीन विचार थे। परिग्रह से कम अहिंसा ज्यादा। परतंत्रता से मुक्ति स्वतंत्रता जन्म सिद्ध अधिकार है।