
केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण का स्वागत करते भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विजयेंद्र।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के करीब छह महीने बाद शुक्रवार शाम मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा अपने विधायक दल के नेता का चयन करेगी। भाजपा विधायक दल के नेता को ही विधानमंडल के निचले सदन में विपक्ष के नेता का दर्जा मिलेगा। विधायक दल के नेता के चयन के लिए शुक्रवार शाम भाजपा विधायकों की एक बैठक शहर के एक होटल में बुलाई गई है। पार्टी के दो केंद्रीय पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में विधायक दल के नेता का चयन किया जाएगा। पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम शुक्रवार दोपहर बेंगलूरु पहुंच गए। पार्टी के प्रदेश बी वाई विजयेंद्र ने राज्य से राज्यसभा सदस्य की सीतारमण और कुमार का हवाई अड्डे पर स्वागत किया।
भाजपा के वरिष्ठ विधायक और पूर्व उपमुख्यमंत्री आर. अशोक ने गुरुवार को कहा कि वह चार-पांच अन्य विधायकों के साथ इस पद के इच्छुक हैं। अशोक के अलावा वी सुनील कुमार, सीएन अश्वथ नारायण और अरगा ज्ञानेंद्र इस पद के दावेदार माने जा रहे हैं। भाजपा केंद्रीय नेतृत्व ने पिछले सप्ताह प्रदेश अध्यक्ष पद पर विजयेंद्र की नियुक्ति की घोषणा की थी। नियुक्ति की कुछ घंटे बाद ही विजयेंद्र ने 17 नवम्बर को विधायकों की बैठक में विधायक दल के नेता का चुनाव किए जाने की घोषणा की थी। जुलाई में पिछला विधानसभा सत्र विपक्ष के नेता के बिना आयोजित किया गया था। 4 दिसंबर से बेलगावी में विधानमंडल के शीतकालीन सत्र शुरू होना है।
इस साल मई में हुए 224 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस ने भारी जीत के साथ भाजपा को सत्ता से बेदखल कर दिया था। कांग्रेस को 135, भाजपा को 66 और जद-एस को 19 सीटें मिलीं थी।
Published on:
17 Nov 2023 05:10 pm
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