
लड़कियां अगवा
बेंगलूरु. एक बस मालिक से कर्ज वापस पाने के लिए यात्रियों से भरी बस का अपहरण कर लिया गया। वारदात राजराजेश्वरी नगर की है। पुलिस ने शीघ्र कार्रवाई कर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया और यात्रियों को सकुशल गंतव्य तक पहुंचाया।
पुलिस के अनुसार शुक्रवार रात 10:30 बजे एक निजी बस बेंगलूरु से कण्णूर जा रही थी। मैसूरु रोड के आरवी इंजीनियरिंग कॉलेज के पास दो मोटर साइकिलों पर आए चार युवकों बस चालक को रुकने का इशारा किया। चालक ने बस नहीं रोकी तो कुछ दूर तक बस का पीछा किया और ओवरटेक कर बस को रुकवाया। युवकों ने खुद को केन्द्रीय अपराध जांच शाखा (सीसीबी) पुलिस अधिकारी बताकर चालक की पिटाई कर दी और बस की जांच करने के बहाने पट्टणगेरे के एक गोदाम में ले गए। गोदाम बन्द कर बस की तलाशी ली।
यात्रियों को बताया कि वह पुलिस कर्मचारी हैं और बस की तलाशी ले रहे हैं, उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है। एक यात्री ने मोबाइल फोन के जरिए पुलिस कन्ट्रोल रूम को सूचना दी। पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) रवि चन्नण्णनवर ने 30 से अधिक पुलिस कर्मचारियों को सााथ लेकर गोदाम को चारों तरफ से घेरा और तीन युवक और गोदाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। तीन अन्य आरोपी फरार हो गए। चारों आरोपियों से पूछताछ करने पर पता चला कि बस मालिक को दिया गया ऋण वसूलने के उद्देश्य से अपहरण किया था। रवि चिन्नण्णनवर ने पत्रकारों को बताया कि आरोपियों ने बस की खरीदी के लिए एक निजी कंपनी से ऋण दिलाया था। बस मालिक मासिक किश्त की राशि भुगतान करने में विफल रहा।
उन्होंने कहा कि आरोपियों ने यात्रियों को किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचाया है। खाली बस जब्त करने के बजाय यात्रियों समेत बस जब्त की। इसके अलावा खुद को पुलिस कर्मचारी बताकर पुलिस के नाम का गलत इस्तेमाल किया है। यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा था। निजी वित्त कंपनियां गुंडों को साथ रख कर ऋण वसूली कर रही हैं। ऐसी कंपनियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
Published on:
28 Apr 2018 09:38 pm
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