
बेंगलूरु. यशवंतपुर सभा के तत्वावधान में साथ्वीश्री लावण्यश्री ,साध्वीश्री सिद्धांतश्री,साध्वीश्री दर्शितप्रभा के सान्निध्य में यशवंतपुर ज्ञानशाला का वार्षिकोत्सव मनाया गया। साध्वी लावण्यश्री ने कहा कि ज्ञानशाला में ज्ञानार्थी का संपूर्ण विकास होता है। भावी पीढी के संस्कार दृढ होते हैं।
साध्वीश्री सिद्धांतश्री ने गीत के संगान से प्रेरित किया।
सभाध्यक्ष गौतम मुथा ने स्वागत करते हुए प्रधान प्रशिक्षक डालम नौलखा, महेन्द्र दक का सम्मान किया।क्षेत्रीय संयोजिका नीता गादिया ने कहा कि ज्ञानशाला में प्रशिक्षण के नये नये आयाम जुड रहे हैं।
उपासक महेन्द्र दक ने उपासक श्रेणी का परिचय व गतिविधि की जानकारी दी। उपासिका अंजू बैद, अरविंद मांडोत ने भी ज्ञानशाला के प्रति विचार व्यक्त किए। स्थानीय संयोजिका मीना दक ने ज्ञानशाला की विस्तृत जानकारी दी। ज्ञानार्थियों के लिए विविध वेशभूषा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें 25 बच्चों ने भाग लिया। स्वतंत्रता सेनानी ,आध्यात्मिक गुरु आदि के रूप में प्रस्तुति दी।
महिला मंडल की सहमंत्री वनिता बोलिया ने भी विचार रखे।
सभा मंत्री महावीर ओस्तवाल ने बच्चों को गिफ्ट्स दिए। शिशु संस्कार भाग 1 से भाग 5 में प्रथम तीन स्थान प्राप्त करनेवाले बच्चों को विनोद मुथा, जोन संयोजिका लता गांधी,चेतना वेदमुथा, भंवर बोलिया, प्रकाश बाबेल ने सम्मानित किया। संचालन टीना पितलिया,आशा पितलिया,प्रियंका पोखरना ने किया। सभी अतिथि एवं साधवीश्री के प्रति कृतज्ञता के भाव प्रशिक्षक लाडली मुथा ने व्यक्त किए। प्रशिक्षकों ने ज्ञानशाला गीत का संगान किया। लगभग 50 ज्ञानार्थियों ने वार्षिकोत्सव में भाग लिया।
Published on:
03 Mar 2024 08:53 pm
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