
सिद्धू का यह बयान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के उस रुख के विपरीत है कि कि इस मुद्दे को स्थानीय नेताओं को खुद सुलझाना चाहिए, न कि इसे दिल्ली तक ले जाना चाहिए।
कर्नाटक Karnataka में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर चल रही अटकलों के बीच मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या ने स्पष्ट किया है कि राज्य में शीर्ष नेतृत्व के मसले पर अंतिम फैसला कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी हाईकमान को ही करना है और पार्टी के सभी नेता उनके फैसले का पालन करेंगे। उन्होंने दो टूक कहा कि कांग्रेस हाईकमान का निर्णय ही अंतिम होगा। सिद्धू का यह बयान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के उस रुख के विपरीत है कि कि इस मुद्दे को स्थानीय नेताओं को खुद सुलझाना चाहिए, न कि इसे दिल्ली तक ले जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या Siddaramaiah ने सोमवार को मैसूरु में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर पार्टी हाईकमान से चर्चा की है। हाईकमान ने उन्हें बताया है कि मुख्यमंत्री पद को लेकर फैसला वही करेगा। उन्होंने कहा कि इससे सभी तरह की अटकलों पर विराम लग जाना चाहिए और हाईकमान जल्द अपना निर्णय सुनाएगा।
सिद्धरामय्या का यह बयान कांग्रेस Congress अध्यक्ष खरगे के उस बयान के एक दिन बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि प्रदेश कांग्रेस में नेतृत्व को लेकर जो भी भ्रम है, वह स्थानीय स्तर पर है, न कि पार्टी हाईकमान के भीतर। हालांकि, सिद्धरामय्या ने परोक्ष रूप से खरगे के उस बयान से असहमति जताई, जिसमें उन्होंने स्थानीय स्तर पर मुद्दों को सुलझाने की बात कही थी।
मुख्यमंत्री ने कहा, पार्टी में जो भी मुद्दे हैं, उन्हें हाईकमान ही सुलझाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा, मैंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से इस विषय में बात की है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि इस पर फैसला हाईकमान करेगा। हम सभी उसके फैसले के लिए प्रतिबद्ध हैं।
गौरतलब है कि राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस के भीतर लंबे समय से सत्ता संघर्ष की चर्चाएं चल रही हैं। खासकर 20 नवंबर को कांग्रेस सरकार के कार्यकाल का आधा समय पूरा होने के बाद मुख्यमंत्री बदलने की अटकलें तेज हो गई थीं।
नेतृत्व परिवर्तन को लेकर लगातार हो रही चर्चाओं पर नाराजगी जताते हुए सिद्धरामय्या ने कहा, जब मैंने विधानसभा में इस बारे में स्थिति स्पष्ट कर दी थी, तब भी आप लोग बार-बार यही सवाल क्यों पूछ रहे हैं? शुक्रवार को विधानसभा में सिद्धरामय्या ने जोर देकर कहा था कि वह मुख्यमंत्री पद पर बने रहेंगे। उन्होंने यह भी कहा था कि कांग्रेस हाईकमान उनके पक्ष में है और ढाई साल के फार्मूले को लेकर कोई अंतिम फैसला नहीं लिया गया है। उन्होंने सत्ता-साझेदारी को लेकर किसी भी समझौते से साफ इनकार किया था।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए उपमुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार D. K. Shivakumar ने शुक्रवार को कहा था कि उन्होंने और सिद्धरामय्या ने कांग्रेस हाईकमान की सहमति से एक समझौता किया है और दोनों नेता उसका पालन करेंगे। इस पर सिद्धरामय्या ने दोहराया कि आखिरकार फैसला हाईकमान को ही करना है और हाईकमान जो भी निर्णय लेगा, सभी उसे मानेंगे।
पूर्व मंत्री के.एन. राजण्णा और उपमुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार की मुलाकात को लेकर उठे सवालों पर सिद्धरामय्या ने कहा, अगर राजण्णा शिवकुमार से मिलते हैं तो इसमें गलत क्या है? शिवकुमार हमारी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हैं। क्या कोई नियम है कि विधायक या पार्टी के अन्य नेता उनसे नहीं मिल सकते? इसमें कोई गलती नहीं है।
खरगे के इस बयान पर कि पार्टी व्यक्ति से बड़ी होती है, मुख्यमंत्री ने सहमति जताते हुए कहा, खरगे ने जो कहा है, वह बिल्कुल सही है। हम शुरू से यही कहते आ रहे हैं कि पार्टी व्यक्ति से बड़ी होती है।
शिवकुमार के उस दावे पर कि उन्होंने राजण्णा को एपेक्स बैंक का अध्यक्ष बनाया था, सिद्धरामय्या ने स्पष्ट किया कि तत्कालीन मुख्यमंत्री एस.एम. कृष्णा और उस समय की सरकार ने राजण्णा को एपेक्स बैंक का अध्यक्ष नियुक्त किया था।
मकर संक्रांति (14 जनवरी) के बाद क्रांति या सत्ता परिवर्तन की अटकलों पर पूछे गए सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा, कोई क्रांति या इस तरह की कोई बात नहीं है। परिस्थिति चाहे जैसी भी हो, पार्टी हाईकमान का फैसला ही अंतिम होगा।
Updated on:
23 Dec 2025 05:50 pm
Published on:
23 Dec 2025 05:48 pm
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