उन्होंने शनिवार को कहा कि पिछले तीन दिन में सभी प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और लोगों से बातचीत की है। जिले में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी धार्मिक नताओं, संघों, संस्थानों के अलावा सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से भी चर्चा कर पुलिस से सहयोग देने का अनुरोध किया है।
अब तक की जांच से यही पता चला है कि केवल भड़काऊ भाषण से ही अप्रिय घटनाएं हुई और कई निर्दोष लोगों की हत्या की गई। इसलिए भड़़काने वाले भाषणों पर प्रतिबंध लगाया गया है। ऐसे भाषण देने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई होगी।
उन्होंने कहा कि आरएसएस कार्यकर्ता शरत मडिवाल की हत्या के आरोपियों की निशानदेही हो गई है और उन्हें शीघ्र ही गिरफ्तार किया जाएगा। दंगों के दौरान पथराव, हमले और अन्य वारदातों के लिए 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जिले मे शांति बनाए रखने हर तहसील, ग्राम पंचायत और बूथ स्तर पर शांति समितियां गठित करने जिला प्रशासन को सुझाव दिया गया है। जमानत पर रिहा समाजकंटकों की गतिविधियों पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है।