
वायरस का खतरा: केरल छोड़कर मैसूरु में उमड़े पर्यटक
मैसूरु. निपह वायरस के कारण जहां एक ओर केरल में कुछ लोगों की मौत हो गई है तो दूसरी ओर निपह के कारण मैसूरु को एक बड़ा फायदा हुआ है। निपह के डर से केरल से पर्यटकों ने मुंह मोडऩा शुरू कर दिया है और अचानक से मैसूरु में पर्यटकों की भारी भीड़ उमडऩे लगी है। विधानसभा चुनाव के कारण इस बार मई महीने में पर्यटकों ने मैसूरु से दूरी बना रखी थी और गर्मी की छुट्टियों में मैसूरु के मुकाबले केरल जाने वाले पर्यटक ज्यादा थे। इस कारण मैसूरु का पर्यटन जगत भी निराश था लेकिन अचानक से निपह ने पूरी स्थिति बदल दी है। पर्यटन व्यावसायियों की मानें तो बड़ी संख्या पर्यटकों ने अपना केरल दौरा रद्द कर दिया है और वे अब मैसूरु में छुट्टियां बिताने आ रहे हैं। इस बार विधानसभा चुनाव के कारण मैसूरु आने वाले पर्यटकों की तादात कम थी लेकिन 15 मई को मतगणना के बाद अचानक से पूरा माहौल बदल गया। केरल में निपह वायरस के संक्रमण की खबर फैलने के बाद पर्यटन कारोबार में नाटकीय बदलाव दिखा और मैसूरु में सैलानी उमडऩे लगे। हाल के दिनों में मैसूरु आने वाले पर्यटन वाहनों की तादाद अचानक से बढ़ गई है और शहर के सभी पर्यटन गंतव्यों पर भीड़ बढ़ गई है। इसके अतिरिक्त अधिकांश होटलों में पूरी क्षमता के साथ बुकिंग है। चामुंडी हिल्स, मैसूरु महल, केआरएस, मैसूरु चिडिय़ाघर, वृंदावन गार्डन आदि सभी पर्यटन स्थलों पर बड़ी संख्या में पर्यटकों को देखकर पर्यटकों की संख्या बढऩे का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है।
पिछले वर्ष की भांति बढ़े पर्यटक
पैलेस अधिकारियों के अनुसार पिछले वर्ष अप्रैल 2017 में मैसूरु महल देखने वाले पर्यटकों की संख्या 3 लाख 23 हजार 433 थी जबकि मई-2017 में 5 लाख 41 हजार 952 पर्यटक आए थे। वहीं इस वर्ष अप्रैल में 3,07,636 पर्यटकों ने मैसूरु महल का दौरा किया जबकि मई महीने में अब तक चार लाख पर्यटकों ने मैसूरु महल का दौरा कर लिया है। माना जा रहा है कि पर्यटकों के मैसूरु आने की संख्या में हुई वृद्धि के कारण इस बार भी मई महीने में करीब 5 लाख पर्यटक मैसूरु महल घूमने आ सकते हैं। इसी तरह मैसूरु चिडिय़ाघर आने वाले सैलानियों की संख्या शनिवार तक 4 लाख 10 हजार को पार कर चुकी थी, जबकि पिछले वर्ष मई-2017 में 4 लाख 95 हजार पर्यटक मैसूरु चिडिय़ाघर आए थे।
Published on:
28 May 2018 05:14 pm
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