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दूसरे दौर की नीट काउंसलिंग में देरी से इंजीनियरिंग प्रवेश प्रक्रिया प्रभावित

प्रसन्ना ने बताया कि एआइसीटीइ ने चालू शैक्षणिक वर्ष के लिए इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए 15 सितंबर तक की समय सीमा तय की है। कर्नाटक अनएडेड प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज एसोसिएशन ने केइए को पत्र लिखकर सभी काउंसलिंग चरण पूरे करने और पांच सितंबर तक या उससे पहले खाली सीटें सौंपने का आग्रह किया है।

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NEET Counselling 2025

इंजीनियरिंग और अन्य व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए छात्रों को और इंतजार करना पड़ेगा। कर्नाटक परीक्षा प्राधिकरण (केइए) ने अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआइसीटीइ) से इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश की अंतिम तिथि 30 सितंबर तक बढ़ाने के अनुरोध का निर्णय लिया है। इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश की अंतिम तिथि 15 सितंबर है।

मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (एमसीसी) ने राष्ट्रीय कोटा मेडिकल सीट आवंटन National Quota Medical Seat Allotment के लिए दूसरे दौर की नीट काउंसलिंग Neet Counselling अभी तक शुरू नहीं की है। अधिकारियों के अनुसार राज्य Karnataka में इंजीनियरिंग और अन्य व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्रक्रिया में देरी होगी।

कइए के कार्यकारी निदेशक प्रसन्ना एच. ने बताया कि इंजीनियरिंग और मेडिकल समेत सभी व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लिए सीट आवंटन प्रक्रिया एक साथ आयोजित करने के लिए कदम उठाए गए हैं। हमने कर्नाटक में सीइटी और नीट काउंसलिंग प्रक्रिया का दूसरा दौर शुरू कर दिया है। हालांकि, एमसीसी ने एक नोटिस जारी किया है कि राष्ट्रीय कोटा मेडिकल सीट आवंटन प्रक्रिया का दूसरा दौर 29 अगस्त के बाद शुरू किया जाएगा। इसके कारण, काउंसलिंग प्रक्रिया के दूसरे दौर में भी देरी होगी। उच्च शिक्षा मंत्री से अनुरोध किया गया है कि वे एआइसीटीइ को पत्र लिखकर इसे 30 सितंबर तक बढ़ाने का अनुरोध करें।

प्रसन्ना ने बताया कि एआइसीटीइ ने चालू शैक्षणिक वर्ष के लिए इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए 15 सितंबर तक की समय सीमा तय की है। कर्नाटक अनएडेड प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज एसोसिएशन ने केइए को पत्र लिखकर सभी काउंसलिंग चरण पूरे करने और पांच सितंबर तक या उससे पहले खाली सीटें सौंपने का आग्रह किया है।

इसके अलावा, कॉमेड-के काउंसलिंग के माध्यम से सीटें नहीं भरे जाने के मद्देनजर, कॉमेड-के के अंतर्गत आने वाले कुछ कॉलेजों ने केइए को कुल 6,718 इंजीनियरिंग सीटें सौंप दी हैं, तथा अनुरोध किया है कि इन सीटों को सीइटी काउंसलिंग के माध्यम से भरा जाए।