28 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

चित्रदुर्गा के वीरों को भुलाया, सुल्तानों की मना रहे जयंती: मोदी

कहा, कांग्रेस ने किया आम्बेडकर का अपमान

3 min read
Google source verification
modi

बेंगलूरु. भाजपा के पक्ष में माहौल पैदा करने की पुरजोर कोशिश कर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को चित्रदुर्गा, रायचूर, जमखंडी व हुब्बल्ली में चार रैलियां की और हर जिले की स्थानीय विशेषता को भुनाते हुए कांग्रेस पर हमला किया।

चित्रदुर्गा में उन्होंने 17 वीं सदी की वीरा मडकरी नायक और ओनाके ओबाव्वा का जिक्र किया जिन्होंने हैदर अली की सेना से लोहा लिया था वहीं बड़े दलित मतदाताओं को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस पर बाबा साहेब भीम राव आम्बेडकर के अपमान का आरोप लगाया। विकास की दौड़ में पिछड़े रायचूर के हालात और कांग्रेस सरकार के भ्रष्टाचार पर बरसे तो जमखंडी में 12 वीं सदी के संत बसवेश्वर को याद किया जो लिंगायतों के संस्थापक हैं। पिछले चुनाव में इन तीनों जिलों की कुल 20 सीटों में से भाजपा को सिर्फ तीन सीटें (सभी जिलों में एक-एक सीटें) ही हाथ लगी थी।

दलित व नायक समुदाय बहुल चित्रदुर्गा के मतदाताओं के सामने कांग्रेस पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा इस पार्टी ने साहस और शौर्य की प्रतीक उस दलित वीरांगना वीरा मडकरी को भूला दिया जिसने आक्रांताओं का सामना किया था। साहस और शौर्य क्या होता है, यह उस दलित वीरांगना से सीख सकते हैं लेकिन कांग्रेस एक ऐसी पार्टी है जिसने वोट बैंक की राजनीति के लिए इतिहास और भावनाओं को तोड़ मरोड़ दिया। वीरा मडकरी को तो भूला दिया लेकिन वोट की खातिर सुल्तानों की जयंती मना रहे हैं।

यह जयंती मनाकर कांग्रेस ने पूरे कर्नाटक और खासकर चित्रदुर्गा के लोगों का अपमान किया है। वहीं चित्रदुर्गा के प्रमुख नेता रहे पूर्व मुख्यमंत्री एस निजिलिंगप्पा के अपमान का भी दोष कांग्रेस पर मढ़ा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने निजिलिंगप्पा को अपमानित करने का कोई भी मौका हाथ से नहीं जाने दिया। उनका दोष बस इतना था कि उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की गलत नीतियों पर सवाल उठाया था।


सारी योजनाएं एक ही परिवार के नाम
मोदी यहीं नहीं रुके और उन्होंने कांग्रेस पर संविधान निर्माता बाबा साहेब भीम राव आम्बेडकर को अपमानित करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब धरती से जुड़े रहे लेकिन कांग्रेस ने उन्हें कभी स्वीकार नहीं किया। नेताओं का अपमान करना कांग्रेस के चरित्र में है। ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस के जमाने में भारत रत्न का सम्मान सिर्फ एक ही परिवार के लिए सुरक्षित कर दिया गया था। बाबा साहेब के परिनिर्वाण के वर्षों बाद भी उन्हें भारत रत्न नहीं दिया। जब अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनी तो उन्होंने बाबा साहेब को भारत रत्न दिया। सारी योजनाएं एक ही परिवार के नाम पर है। दिल्ली में सभी स्मारक एक ही परिवार के नाम पर हैं। मकान और जमीन पर एक ही परिवार का कब्जा है लेकिन बाबा साहेब का स्मारक बनाने के लिए कांग्रेस कभी आगे नहीं आई।

दिलवाली या दलितवाली नहीं यह डीलवाली कांग्रेस
रायचूर में मोदी ने कहा कि कांग्रेस न तो दिलवाली है और ना ही दलित वाली है। यह तो डीलवाली पार्टी है। रायचूर के पिछड़ेपन का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जो पार्टी गरीबों का कल्याण नहीं कर सकती यहां के लोगों को उस पार्टी का विदा कर देना चाहिए। मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वे अपने सूटकेस में चरित्र प्रमाण पत्र लेकर चलते हैं। जैसे ही किसी नेता या मंत्री पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते हैं वे सूटकेस से प्रमाण पत्र निकालते हैं और उसपर नेता का नाम लिखकर नीचे साइन कर जारी कर देते हैं।

सोनिया को राष्ट्रपति से मिलने की फुर्सत नहीं
वहीं जमखंडी की जनसभा में उन्होंने कहा कि कांग्रेस का अहंकार सातवें आसमान पर पहुंच गया है। जब वे प्रधानमंत्री बने तो मां और बेटे के अंदर देश का अभिनंदन करने की नम्रता नहीं थी और जब एक दलित मां के बेटे रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति बने तो एक साल होने को है लेकिन सोनिया गांधी को उनसे मिलने की फुर्सत नहीं मिली है। राहुल गांधी 7 महीने बाद उन्हें एक ज्ञापन देने पहुंचे। उन्होंने कांग्रेस पर जातियों के बीच झगड़े कराने और राज्य को बांटने का आरोप लगाया। उनका इशारा लिंगायत समुदाय को अलग धर्म का दर्जा दिए जाने की ओर था। मोदी ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री बने तो संसद में बसवेश्वर की मूर्ति लगी। वहीं उन्हें लंदन में भगवान बसवेश्वर की प्रतिमा अनावरण का मौका मिला। कांग्रेस के नेताओं ने भगवान बसवेश्वर को भूला दिया लेकिन चुनाव के समय वे याद आ रहे हैं। वहीं राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता ने बसवेश्वर के दर्शन को केवल दो शब्दों में खत्म कर दिया।