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AVGC-XR में कर्नाटक को वैश्विक नवाचार लीडर बनाने का लक्ष्य

सिद्धरामय्या ने किया बेंगलूरु जीएएफएक्स-2024 के 5वें संस्करण का उद्घाटन, संवर्धित बुद्धिमत्ता: पावरिंग एवीजीसी

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बेंगलूरु. मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या ने सोमवार को यहां बेंगलूरु जीएएफएक्स के 5वें संस्करण का उद्घाटन किया। इसमें एनीमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग और कॉमिक्स (एवीजीसी) शामिल है।
सिद्धरामय्या ने कहा कि कर्नाटक में मीडिया और मनोरंजन उद्योग भारतीय मीडिया और मनोरंजन उद्योग का 20 प्रतिशत हिस्सा है, जिसमें 15,000 से अधिक पेशेवर कार्यरत हैं। इसमें 300 से अधिक विशिष्ट एवीजीसी-एक्सआर स्टूडियो भी हैं। उन्होंने कहा कि साल 2021 में, जब भारत की नॉमिनल जीडीपी 19 प्रतिशत बढ़ी, विज्ञापन वृद्धि ने बेहतर प्रदर्शन किया और 25 फीसदी बढ़ी। टेलीविजन विज्ञापन में सबसे अधिक 62 अरग रुपए की वृद्धि हुई। इसके बाद यह डिजिटल विज्ञापन में 55 अरब और प्रिंट में 29 अरब रुपए रही।
उन्होंने कहा कि भारत दुनिया के सबसे बड़े कॉन्टेंट उत्पादकों में से एक है। साल 2021 में 150 हजार घंटे का टीवी कॉन्टेंट, 2,500 घंटे का प्रीमियम ओटीटी कॉन्टेंट और 2,000 घंटे की फिल्माई गई सामग्री का उत्पादन किया गया। डिजिटल मीडिया ने खुद को दूसरे सबसे बड़े खंड के रूप में मजबूती से स्थापित किया है और साल 2021 में इसमें 68 अरब रुपये की वृद्धि हुई है।
सिद्धरामय्या ने कहा कि साल 2012 में कर्नाटक एवीजीसी नीति शुरू करने वाला पहला राज्य था, जहां घरेलू और वैश्विक जरूरतों के साथ-साथ एनीमेशन, दृश्य प्रभाव और गेमिंग के लिए समर्पित शैक्षणिक संस्थान हैं। ये शैक्षणिक प्रतिष्ठान इन विशिष्ट क्षेत्रों में भारत के 139 संस्थानों में सबसे बड़ी हिस्सेदारी रखते हैं। राज्य में 27 ललित कला महाविद्यालयों में 600 छात्रों को सेवाएं देने वाले डिजिटल कला केंद्र और एक एवीजीसी-एक्सआर फिनिशिंग स्कूल भी हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि कर्नाटक सरकार ने नवंबर 2023 में जैव प्रौद्योगिकी, और एनीमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग, कॉमिक्स और विस्तारित वास्तविकता (एवीजीसी-एक्सआर) नीति का मसौदा जारी किया, जिसका उद्देश्य प्रत्येक व्यक्तिगत क्षेत्र में विकास को बढ़ावा देना और राज्य की अर्थव्यवस्था को बढ़ाना था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार राज्य को एवीजीसी-एक्सआर प्रौद्योगिकियों में एक वैश्विक नवाचार लीडर के रूप में स्थापित करना चाहती है। सरकार को उम्मीद है कि राज्य को एवीजीसी-संबंधित कौशल के उत्कृष्टता केंद्र में बदलकर एक मजबूत प्रतिभा पूल बनाया जा सकेगा। साल 2028 तक इस क्षेत्र में 30,000 नई उच्च गुणवत्ता वाली नौकरियां पैदा करने का लक्ष्य है।
कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार और आइटी-बीटी मंत्री प्रियांक खरगे ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में इन्वेस्ट इंडिया की एमडी और सीइओ निवृति राय भी मौजूद थीं। इस अवसर पर बेंगलूरु में इटली और फ्रांस के महावाणिज्यदूत, विधायक शरत बच्चे गौड़ा, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के संयुक्त सचिव प्रतृल कुमार, इलेक्ट्रॉनिक्स, आइटी-बीटी विभाग की सचिव डॉ. एकरूप कौर और विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।