
श्रद्धा विश्वास के साथ आस्था भी जगाए रखें
कृष्णगिरी. पाश्र्व पद्मावती शक्तिपीठ के पीठाधिपति डॉ.वसंतविजय ने कहा कि नवरात्र पर्व के नौ दिन देवों को भी अति प्रिय हंै ऐसे में मां की भक्ति करते हुए पूर्ण श्रद्धा और विश्वास के साथ मन की आशा जगाए रखनी चाहिए। लक्ष्य प्राप्ति नवरात्र कृष्णगिरी महोत्सव के तहत शनिवार को षष्ठी तिथि को शुक्र ग्रह का दिन बताते हुए इस दिवस विशेष की महत्ता पर प्रकाश डाला। इससे पूर्व उन्होंने कार्यसिद्धि मंत्र शक्तिपात कर दैवीय शक्तियों का चमत्कारिक एवं अभिनव अहसास कराया। जिसे क्रमबद्ध अनेक महिलाओं व पुरुषों ने अपने चमत्कारी अनुभवों को साझा किया।
डॉ वसंतविजय ने कहा कि संसार की कोई सिद्धी इस दुनिया में साधकों से विमुक्त नहीं है। संस्कार हैं तो सिद्धि है। इस अवसर पर उन्होंने आगामी पांच अक्टूबर को विजयदशमी के अबूझ मुहूर्त में धनदायक अमृतसिद्धि योग में वैश्विक स्तर पर कार्यसिद्धि मंत्र शक्तिपात करने की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मैजिक तो हर कोई कर सकता है, मिरेकल हर किसी के लिए संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी जिन्हें देवी-देवताओं पर से विश्वास खत्म हो रहा है उनके लिए यह मंत्र शक्तिपात परमात्मा के प्रति श्रद्धा, विश्वास बढ़ाएगा। तीर्थ धाम में आज भी भांति मां पद्मावती का हजारों लीटर दूध से रुद्राभिषेक हुआ। मां पद्मावती की प्रसन्नता के लिए हवन यज्ञ में आहूतियों का क्रम जारी रहा। रात्रि में हजारों दीपों से मां की सामूहिक आरती की गई।
दीपावली एवं भैरवाष्टमी का उल्लास पंजाब में 9 से
डॉ. वसंतविजय 9 से 25 अक्टूबर तक फाजिल्का जिले के किकरवाला रूपा गांव में 16 दिवसीय श्रीमद् देवी भागवत महापुराण का वाचन होगा। इस दौरान दीपोत्सव पर्व पर भी वे वहीं रहेंगे। इसके बाद 8 से 16 नवंबर तक भैरवाष्टमी पर्व का आयोजन पंजाब प्रांत में ही होगा।
Published on:
02 Oct 2022 07:50 am
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