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बच्चों ने किया सरस्वती पूजन का अनुष्ठान

कुशल सूरी जैन आराधना भवन बसवनगुड़ी में साध्वी प्रियरंजनाश्री की निश्रा में ज्ञान वाटिका के बच्चों को सरस्वती पूजन का अनुष्ठान कराया गया।

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बच्चों ने किया सरस्वती पूजन का अनुष्ठान

बच्चों ने किया सरस्वती पूजन का अनुष्ठान

बेंगलूरु. कुशल सूरी जैन आराधना भवन बसवनगुड़ी में साध्वी प्रियरंजनाश्री की निश्रा में ज्ञान वाटिका के बच्चों को सरस्वती पूजन का अनुष्ठान कराया गया। साध्वी ने कहा कि ज्ञान की यह अनूठी साधना बच्चों के जीवन में विनय गुण का रोपण करेगी। कंठ में, मस्तिष्क में सरस्वती का वास होगा। संस्कार के पुष्प पल्लवित होंगे।

आत्म साधना मार्ग में प्रवेश के लिए सम्यग दर्शन जरूरी
मैसूरु. महावीर जिनालय में जैनाचार्य विजय रत्नसेन सूरीश्वर ने कहा कि आत्म साधना मार्ग में प्रवेश पाने के लिए सम्यग दर्शन जरुरी है, तो मार्ग में आगे बढऩे के लिए सम्यग ज्ञान जरुरी है। उन्होंने कहा कि सम्यग ज्ञान ही सम्यग दर्शन और सम्यग चारित्र का कारण है।जैसे दो कमरे के बीच में रहा एक दीपक दोनों कमरों को उजाला देतेा है वैसे ही दर्शन और चारित्रको प्रकाशित करने का कार्य ज्ञान करता है।

आचार्य महाश्रमण के दर्शन किए
बेंगलूरु. राजाराजेश्वरीनगर के ९५ श्रावक श्राविकाओं ने चेन्नई पहुंचकर आचार्य महाश्रमण के दर्शन किए। सभा ट्रस्ट अध्यक्ष कमलसिंह दुगड़ ने चातुर्मास से पूर्व बेंगलूरु के विभिन्न क्षेत्रों में प्रवास के लिए रखे दिन कम बताते हुए आचार्य से पुन: चिंतन करने तथा राजाराजेश्वरी नगर में कम से कम ३ दिन प्रवास की विनती की। उन्होंने निर्माणाधीन भवन, मुमुक्षु खुशबू बोथरा के दीक्षा कार्यक्रम, सभा की गतिविधियों से भी अवगत कराया। महिला मंडल अध्यक्ष कंचन छाजेड़ ने आध्यात्मिक भेंट के बारे में बताया। संघ ने साध्वी प्रमुख, मुख्य मुनि महावीर कुमार, साध्वी संबुद्धयशा के भी दर्शन किए।

वासुदेव कुटीर में तस्वीर स्थापना समारोह आज से
बेंगलूरु. स्वामी वासुदेव सेवा न्यास की ओर से अरशनकुंटे के कीर्ति लेआउट में मुक्तेश्वरनाथ मंदिर के पास नवनिर्मित वासुदेव कुटीर में स्वामी वासुदेव की तस्वीर की स्थापना बुधवार को होगी।


ट्रस्ट के पोकरराम सोलंकी ने बताया कि दो दिवसीय स्थापना समारोह मंगलवार सुबह शुरू होगा। पहले सुबह ट्रस्टियों की बैठक होगी और रात को भजन संध्या होगी, जिसमें पीयूष त्रिवेदी भजन प्रस्तुत करेंगे।


गुरुवार सुबह हवन आदि अनुष्ठान होगा और शोभायात्रा निकाली जाएगी, जो विभिन्न मार्गों से होते हुए वासुदेव कुटीर पहुंचेगी। उसके पश्चात वहां स्वामी वासुदेव महाराज की तस्वीर की स्थापना की जाएगी।