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सख्त पाबंदियों का असर, पीक के बाद अब घट रहे हैं मामले: सीएम

locationबैंगलोरPublished: May 14, 2021 05:21:36 am

Submitted by:

Sanjay Kulkarni

येडियूरप्पा बोले, खराब दौर से गुजर चुका राज्य

सख्त पाबंदियों का असर, पीक के बाद अब घट रहे हैं मामले: सीएम

सख्त पाबंदियों का असर, पीक के बाद अब घट रहे हैं मामले: सीएम

बेंगलूरु. मुख्यमंत्री बीएस येडियूरप्पा ने कहा कि राज्य में पिछले तीन सप्ताह से लागू की कई पाबंदियों के कारण कोरोना संक्रमण के मामलों में गिरावट आ रही है। एक दिन में ५० हजार से अधिक नए मामलों (पीक की स्थिति) के बाद अब ग्राफ गिर रहा है।
गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन में येडियूरप्पा ने कहा कि राज्य में २४ अप्रेल से पाबंदियां लगाई और १० मई दो सप्ताह का पूर्ण कफ्र्यू लागू है। इन पाबंदियों के कारण कोरोना की स्थिति में सुधार हुआ है। राज्य सबसे खराब दौर से गुजर चुका है। २५ मई को राज्य में ५०,११२ नए मामले आए थे जबकि १२ मई को ३९,९०० नए मामले आए। राजधानी बेंगलूरु में भी स्थिति सुधरी है। शहर में ५ मई को २३,१०६ नए मामले आए थे जो १२ मई को घटकर १६,२८६ हो गई। बीदर और कलबुर्गी में भी नए मामलों और पॉजिटिविटी दर में कमी आई है। येडियूरप्पा ने कहा कि एक सप्ताह से नए मामलों में धीरे-धीरे कमी आ रही है।
येडियूरप्पा ने दूसरी लहर से पहले राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि पिछले साल मार्च में स्वास्थ्य विभाग के पास १९७० ऑक्सीजन युक्त बिस्तर, १४४ आइसीयू और ६१० वेंटिलेटर युक्त आइसीयू बिस्तर थे जबकि अब २४ हजार से ज्यादा ऑक्सीजन युक्त, ११४५ आइसीयू, २०५८ वेंटिलेटर व १२४८ उच्च प्रवाह वाले ऑॅक्सीजन बिस्तर उपलब्ध हैं। चिकित्सा शिक्षा विभाग के पास भी उपलब्ध बिस्तरों की संख्या ४७०० से बढ़कर ९४०५ हो गई है। उन्होंने कहा कि अस्पतालों की ढांचागत सुविधाओं को बेहतर बनाने और वेंटिलेटर बढ़ाने पर भी काम चल रहा है। सरकार ने २०० वेंटिलेटर निजी अस्पतालों को भी उपलब्ध कराए हैं। सरकार निजी चिकित्सा कॉलेज अस्पतालों को ऑक्सीजन वाले बिस्तर बढ़ाने और ऑक्सीजन जेनरेटर लगाने के लिए सब्सिडी भी दे रही है। सरकार इन अस्पतालों को ७० फीसदी सब्सिडी देगी और बाकी ३० प्रतिशत अस्तपाल व्यय करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में तरल चिकित्सकीस ऑक्सीजन की मांग को पूरा करने के लिए तीन सूत्री फार्मूला अपनाया जा रहा है। आपूर्ति बढ़ाने के साथ ही ऑक्सीजन जेनरेटरों से स्थानीय स्तर पर उत्पादन को बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स और सिलेंडरभी बड़े पैमाने पर खरीदे जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य का ऑक्सीजन कोटा ९६५ मीट्रिक टन से बढ़ाकर १०१५ टन कर दिया है। राज्य में आवंटित कोटे का पूरा उठाव किया जा रहा है और दूसरे राज्यों में आंवटित कोटे को भी लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
येडियूरप्पा ने कहा कि राज्य को २१ अप्रेल से ९ मई तक के लिए रेमडेसिविर का ३.०१ लाख इंजेक्शन आवंटित किया गया था लेकिन राज्य को सिर्फ २.७२ लाख खुराक की ही आपूर्ति मिली। आवंटित कोटे के हिसाब से आपूर्ति नहीं करने वाली कंपनियों को नोटिस जारी किए गए हैं। १० से १६ मई के लिए राज्य को २.७४ लाख इंजेक्शन की आपूर्ति की गई है। इंजेक्शन की नियमित आपूर्ति निश्चित करने के लिए निगरानी रखी जा रही है।

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