
बेंगलूरु. एमबीबीएस, बीडीएस और एमडीएस आदि कोर्सेस में प्रवेश के लिए अनिवार्य राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (एनईईटी-नीट) में अब पहले से कम परसेंटाइल वाले विद्यार्थी भी एमडीएस कॉलेजों में दाखिला ले सकेंगे। कर्नाटक परीक्षा प्राधिकरण (केईए) के अनुसार केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने २३ मार्च को एक अधिसूचना जारी कर प्रतिशतता घटा दी थी।
जानकारी के अनुसार देश के निजी और सरकारी एमडीएस कॉलेजों में हजारों सीटों पर प्रवेश नहीं होने के कारण मंत्रालय ने परसेंटाइल घटाने का निर्णय लिया है। इससे हजारों विद्यार्थी राहत महसूस कर रहे हैं। अब जो परीक्षार्थी प्रवेश की न्यूनतम योग्यता के दायरे में आते हैं वे दस्तावेज सत्यापन प्रक्रिया में हिस्सा ले सकते हैं। केईए शुक्रवार को दस्तावेज सत्यापित करेगा।
जनरल मेरिट वर्ग में प्रवेश के लिए अनिवार्य अंक को २३३ से घटा कर १४९ किया गया है। जबकि अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के विद्यार्थियों को ११५ अंक ही अर्जित करना होगा। इससे पहले २०४ अंक लाने होते थे। इसी तरह नि:शक्तजनों के लिए अंक को २१९ से घटाकर १३३ किया गया है। एमडीएस के लिए नीट का आयोजन सात जनवरी को
हुआ था।
नए पाठ्यक्रम के तहत होगी परीक्षा
पाश्र्व प्रवेश योजना (लैटरल इंट्री स्कीम) के तहत प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश के लिए प्रतियोगी परीक्षा का आयोजन नए पाठ्यक्रम के अनुसार होगा। डिप्लोमा धारक इस परीक्षा के तहत इंजीनियरिंग के विभिन्न पाठ्यक्रम के दूसरे वर्ष या तीसरे सेमेस्टर में प्रवेश लेते हैं। नए पाठ्यक्रम संबंधी विस्तृत व अन्य जानकारी कर्नाटक परीक्षा प्राधिकरण (केइए) के वेबसाइट पर उपलब्ध है।
घर घर दीप जलाएं अभियान जारी
मैसूरु. ‘घर घर दीप जलाएं’ अभियान के तहत एसवाइयूवीएएस सदस्यों ने सिद्धार्थ लेआउट, ललिता महल मार्ग में श्रावक आवासों पर स्टीकर लगाए। संगठन अध्यक्ष राजन बाघमार, उपाध्यक्ष मनोहर सोलंकी, उम्मेदराज रांका, राजेश दरला, सुनील पटवा, जसवंत गन्ना, नितेश भंडारी, दीपक बोहरा, राकेश मेहता, जनक नंगावत, हिमालय कोठारी, अनिल पोरवाड़, नवरतन रांका आदि ने सहभागिता निभाई।
Published on:
27 Apr 2018 05:53 am
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