केइए में सोमवार को आयोजित प्रेस वार्ता में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. सी. एन. अश्वथनारायण ने परीक्षाफलों की घोषणा की। इंजीनियरिंग और अन्य तकनीकी कोर्सेस में दाखिले के लिए 1,83,231, कृषि कोर्सेस के लिए 1,52,518, वेटनरी कोर्सेस के लिए 1,52,760, बी.फार्मा व डी.फार्मा कोर्सेस के लिए 1,86,638 एवं प्राकृतिक चिकित्सा और योग कोर्सेस के लिए 1,55,910 विद्यार्थिया ने अपनी योग्यता सिद्ध की। एनइइटी रैंकिंग के आधार पर मेडिकल, डेंटल, भारतीय चिकित्सा प्रणाली और होम्योपैथी (नेचुरोपैथी व योग को छोड़कर) पाठ्यक्रमों में दाखिला होगा। आर्किटेक्चर पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए एप्टीट्यूड टेस्ट फॉर आर्किटेक्चर (एनएटीए) और संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेइइ) के पेपर दो में अर्जित रैंक मान्य होगा।
उन्होंने कहा कि भौतीक विज्ञान में 26, रसायन विज्ञान में 217, गणित में 199 और जीव विज्ञान में 5,235 विद्यार्थियों ने 55 या इससे ज्यादा अंक हासिल किए हैं। कोरोना महामारी के साए में 28 और 29 अगस्त को प्रदेश के 530 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित इस परीक्षा के लिए 2,01,834 विद्यार्थियों ने आवेदन किया था। इनमें से 1,93,447 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए। कोरोना पॉजिटिव होने के बावजद 12 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी। कोविड केयर केंद्रों में इनके परीक्षा लिखने की व्यवस्था की गई थी। बुखार, खांसी, गले में खराश आदि लक्षण वाले विद्यार्थियों ने अलग कमरे में परीक्षा लिखी थी। कोरोना महामारी के मद्देनजर 30 सितंबर से दस्तावेज सत्यापन प्रक्रिया ऑनलाइन होगी।
मंत्री ने स्पष्ट किया कि इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए पहले घोषित की गई कोई कट-ऑफ अंक निर्धारित नहीं है। लगभग 7,000 छात्रों के परिणाम रोक दिए गए हैं। इनमें से 6,000 से अधिक छात्रों ने अंक पत्र जमा नहीं किया है। प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों में उपलब्ध 1.09 लाख सीटों में से 54 हजार सीटें सरकारी कोटें के लिए उपलब्ध हैं। गत वर्ष 34 हजार सीटें सरकारी कोटे से भरी गई थीं।
चिकित्सक बनना चाहता हूं
टॉप करने से आत्मविश्वास बढ़ गया है। रोजाना पढ़ाई करने से कोई दिक्कत नहीं आई। चिकित्सक बनना चाहता हूं। राष्ट्रीय पात्रता प्रवेश परीक्षा (एनईईटी) के नतीजों का इंतजार है। परीक्षा में प्रदर्शन अच्छा रहा और बेहतर अंकों की उम्मीद है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) पहली पसंद है। मेहनत, लगन और धैर्य के साथ-साथ योजना बद्ध तरीके से पढ़ाई की जाए तो किसी भी क्षेत्र में सफलता दूर नहीं रह सकती है।
– मेघन एच. के., सीइटी टॉपर