
वंशानुक्रम संशोधन के साथ जैविक कृषि जरूरी: ढिल्लों
बेंगलूरु. पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के कुलपित बलदेव सिंह ढिल्लों ने कहा कि फसलों की प्रजाति के आविष्कार में वंशानुक्रम संशोधन महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। उन्होंने सोमवार को बेंगलूरु कृषि विश्वविद्यालय के ५३वें दीक्षांत समारोह का उद्घाटन करते हुए कहा जेनेटिक वैज्ञानिकता को प्रमुखता के साथ जैव कृषि की सुरक्षा को अधिक महत्व देने की जरूरत है। छात्रों को अधिक जेनेटिक अनुसंधान में सक्रिय हाने की जरूरत है।
सही प्रौद्योगिकी के जरिए कृषि विकास संबंधी रुकावटों का निवारण करने का प्रयास होना चाहिए। कृषि उपकरणों के परिणामकारी इस्तेमाल से अधिक उत्पादन होगा। रसायन और पानी के रख-रखाव में उचित कदम उठाए गए तो कृषि उत्पादन अधिक कर किसानों के संकट दूर किए जा सकते हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बीज, खाद, जैविक कृषि, मिलेट्स के इस्तेमाल पर पर चर्चा की जरूरत है। ढिल्लों ने कहा कि बेंगलूरु कृषि विश्वविद्यालय ने सरदार वल्लभ भाई पटेल श्रेष्ठ संस्था रख-रखाव का पुरस्कार प्राप्त कर बड़ी उपलब्धि हासिल की है।
उन्होने कहा कि कृषि विश्वविद्यालय के जरिए किसानों को नई प्रौद्योगिकी का विकास व इस्तेमाल, मौसम के अनुसार खेती और फसलों के वैविध्य को बढ़ावा देना है। देश में फिर एक बार हरित क्रांति लाने की जरूरत है। पहले भारत से कई देशों को खाद्यान्न निर्यात होते थे, अब खुद आयात करना पड़ रहा है। इस विषय पर गंभीर से विचार करने की जरूरत है।
इस अवसर पर बेंगलूरु कृषि विश्वद्यालय के कुलपित डॉ. राजेन्द्र प्रसाद, रजिस्ट्रार डॉ. महाबलेश्वर हेगड़े, विस्तार निदेशक शिवराम और प्रो. नारायण गौड़ा समेत कई प्रोफेसर और छात्र उपस्थित थे।
सुमा को ७ स्वर्ण पदक
समारोह में डाक्टर आफॅ फिलॉसफी में ७२, मास्टर उपाधि में ३०८ और स्नातक उपाधि में ३३१ सहित १०४१ छात्रों को उपाधियों प्रदान की गईं। चिकबल्लापुर जिले में ङ्क्षचतामणि की रेशम उत्पादन कॉलेज की छात्रा के. सुमा ने सात स्वर्ण पदक और पांच दानदाता स्वर्ण पदक के साथ प्रमाण पत्र प्राप्त किए।
मंड्या के कृषि कॉलेज के छात्र टीडी गौड़ा ने ६ स्वर्ण पदक प्राप्त किए। हासन की कृषि कॉलेज की छात्रा केएच भाग्यश्री ने ५ स्वर्ण पदक पाप्त किए। बेंगलूरु कृषि कॉलेज की छात्रा वाईएस रंजीता ने छह स्वर्ण पदक और बेंगलूरु कृषि इंजीनियङ्क्षरग कॉलेज के छात्र महेश कुमार ने तीन स्वर्ण पदक प्राप्त किए। मास्टर उपधि में एमएससी की छात्र केए शोभा ने छह स्वर्ण पदक, डॉक्टर फॉर फिलॉसफी में डी चित्रा ने ५ वर्ण पदक प्राप्त किए।
Published on:
26 Mar 2019 01:57 am
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