
पंछीड़ा रे उड़ ने जाइजे पावागढ़ रे मारी मां काली...
मैसूरु. हल्लतकेरी स्थित कर्नाटक सीरवी समाज मैसूर, महिला मंडल के तत्वावधान में नवरात्रि महोत्सव के उपलक्ष्य में गरबा, डांडिया नृत्य किया गया।
गोल घेरे में महिलाओं ने 'पंछीड़ा रे उड़ ने जाइजे पावागढ़ रे म्हारी मां काली ने जाय ने केजे गरबा रमो रे... जैसे लोक गीतों घूम-घूम कर नृत्य किया। बच्चे भी टोली के साथ थिरकते रहे। इस अवसर पर महिला मंडल की अध्यक्ष गंगा बाई, सचिव कमला बाई व सदस्यगण सहित बड़ी संख्या में राजस्थानी महिलाओं ने भाग लिया।
ओ थारी काया रो गुलाबी रंग उड़ जासी...
मैसूरु. केआरएस मार्ग पर स्थित सीरवी समाज, बडेर परिसर में नवरात्रि के उपलक्ष्य में शनिवार रात को पुष्कर के संत राजाराम द्वारा कथा वाचन की गई।
कलाकार महेन्द्रनाथ एवं पार्टी ने राजस्थानी लोक भजन ओ थारी काया रो गुलाबी रंग उड़ जासी...., अरे देवरीये रम जाय भवानी घुमर गालनी ए देवी रे देवलिए रम जाए... जैसे भजन प्रस्तुत कर भक्तों को भावविभोर कर दिया। बाद में कर्नाटक राजपूत समाज, बेंगलूरु के अध्यक्ष सोहनसिंह बालावत का समाज अध्यक्ष मोटाराम सोलंकी ने बहुमान किया। नवयुवक मंडल, महिला मंडल के पदाधिकारी व सदस्य उपस्थित रहे।
गरबा में रम रहे युवा
मंड्या. केआरपेट में राजस्थानी समाज की ओर से आयोजित डांडिया नृत्य में बड़ी संख्या में युवक-युवतियां, महिलाएं व पुरुष हिन्दी व गुजराती गीतों पर जमकर गरबा नृत्य कर रहे हैं। समाज के अध्यक्ष खीमाराम पटेल ने बताया कि गरबा स्थल को आकर्षक रोशनी व फूलों से सजाया गया है।
नवरात्रि के अंतिम दिन एक शाम माता चामुंडेश्वरी के नाम जागरण होगा। इसी तरह विवेकानंद लेआउट स्थित सीरवी समाज, आइमाता बडेर में भी महिलाओं का गरबा नृत्य चल रहा है।
गरबा में झूमी महिलाएं
बेंगलूरु. दिगम्बर जैन महिला समिति के तत्वावधान में एटा गार्डन में गरबा नृत्य का आयोजन किया गया। इसमें समिति सदस्यों ने आकर्षक वेशभूषा में नृत्य किया और विविध जायकेदार व्यंजनों का आनंद लिया।
Published on:
15 Oct 2018 04:21 pm
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