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मध्य आकाश से क्षितिज तक नजर आएंगे आधे दर्जन ग्रह

ग्रहों और चंद्रमा का दुर्लभ महासंयोग, ग्रहों के साथ चांद की होगी अनुपम छटा

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मध्य आकाश से क्षितिज तक नजर आएंगे आधे दर्जन ग्रह

मध्य आकाश से क्षितिज तक नजर आएंगे आधे दर्जन ग्रह

बेंगलूरु.
पिछले कुछ समय से आकाश में ग्रहों का एक महासंयोग बना हुआ है। इनके बीच में जब कभी चंद्रमा आ पहुंचता है तो स्थिति रोचक बन जाती है। खगोलीय घटनाओं में दिलचस्पी रखने वालों के लिए 12 मई की सुबह एक खूबसूरत नजारा लेकर आएगा। उस दिन कुछ चमकीले ग्रहों के पास चंद्रमा एक बार फिर जा पहुंचेगा।
भारतीय ताराभौतिकी संस्थान के प्रोफेसर (सेनि) रमेश कपूर ने बताया कि आगामी 7 मई की पूर्णिमा सुपरमून की है। पिछले मास के सुपरमून के मुकाबले चंद्रमा इस बार बस थोड़ा ही छोटा रहेगा। लेकिन, इसके कुछ दिन बाद ही चंद्रमा का सौरमंडल के दो बड़े ग्रहों के साथ एक महासंयोग है। सूर्योदय से कुछ समय पहले मध्य आकाश से क्षितिज की ओर आएं तो हम छह ग्रह विभिन्न स्थानों पर स्थित पाएंगे। इन दिनों प्रात: के आकाश में ऊंचाई पर प्लूटो, बृहस्पति और शनि विद्यमान हैं। थोड़ा पूर्व की ओर जाएं तो मंगल ग्रह, उसके नीचे नेपच्यून और क्षितिज के पास यूरेनस है। इन सभी ग्रहों में चमकीले ग्रहों को छोड़कर यूरेनस छोटी दूरबीन या बायनोक्यूलर से देखा जा सकता है। किंतु नेपच्यून और प्लूटो के लिए मध्यम आकार की दूरबीन और अंधेरी रात का समय होना चाहिए।
सूर्योदय से पूर्व खूबसूरत होगा आकाश
यह सभी ग्रह आपस में करोड़ों किमी की दूरी पर हैं जबकि चंद्रमा की हमसे लगभग 4 लाख किमी की दूरी है। ऐसे में आकाश में कुछ ग्रहों का एक ही दिशा में दिखाई देना या होना एक संयोग मात्र है। यह दृश्य दुर्लभ है किंतु इसका कोई अन्य अर्थ नहीं लगाया जा सकता। ग्रहों के संयोग हमारे जीवन पर कोई प्रभाव नहीं डाल सकते। प्रात: काल में सूर्योदय से कुछ समय पहले चंद्रमा और अन्य चमकीले ग्रहों की सीधे तस्वीर ले सकते हैं।
ग्रहों के करीब पहुंचेगा चंद्रमा
दिनों-दिन चंद्रमा एक के बाद एक दूसरे ग्रह के पास से नजर आएगा। 15 मई की सुबह चंद्रमा मंगल ग्रह के काफी पास जा पहुंचेगा। उसके अगले दो दिन चंद्रमा नेपच्यून के पास होगा और 20-21 मई को यूरेनस के साथ होगा। यह सब सुबह 5.30 बजे के आसपास या थोड़ा पहले देख सकते हैं। चंद्रमा, शनि और बृहस्पति की खूबसूरत स्थिति 9 जून की प्रात: बनेगी। मध्य जुलाई में एक और नजारा पेश होगा जब 10-20 जुलाई के दौरान प्रात: काल के आकाश में सभी ग्रहों को मौजूद पाएंगे।