बेंगलूरु. मौजूदा
political crisis में पार्टी विधायकों को टूटने से बचाने के लिए जद-एस ने अपने सभी विधायकों को देवनहल्ली तालुक के पास स्थित एक
resort में स्थानांतरित कर दिया। सोमवार को यहां एक होटल में मुख्यमंत्री कुमारस्वामी की अध्यक्षता में हुई जद-एस विधायक दल की बैठक के बाद कुमारस्वामी को छोड़ कर शेष सभी विधायकों को एक बस में सवार करके रिजोर्ट की तरफ रवाना कर दिया गया। सूत्रों के अनुसार सभी विधायक अब 12 जुलाई को शुरू होने जा रहे विधानमंडल के मानसून अधिवेशन तक इसी रिजोर्ट में टिके रहेंगे।
बागी विधायक Goa स्थानांतरितवहीं, मुंबई के एक होटल में डेरा डाले कांग्रेस – जद-एस के असंतुष्ट विधायकों को अब मुंबई से गोवा शिफ्ट कर दिया गया है। सोमवार शाम सभी विधायक
Mumbai airport पहुंचे लेकिन खराब मौसम के कारण वे काफी समय तक मुंबई हवाईअड्डे पर ही अटके रहे। इन विधायकों के मंगलवार की सुबह बेंगलूरु लौटकर Speaker से मिलने के आसार हैं। स्पीकर ने उनको मंगलवार को आकर मिलने के लिए कहा था।
बैठक बेहद महत्वपूर्णइस बीच, कांग्रेस विधायक दल की महत्वपूर्ण बैठक मंगलवार को सुबह 9.30 बजे Vidhansaudha के सम्मेलन सभागार में बुलाई गई है। Congress विधायक दल के नेता सिद्धरामय्या ने बैठक में भाग लेने के लिए पार्टी के सभी विधायकों को व्हिप जारी किए हैं और हर हाल में इस
meeting में उपस्थित रहने को कहा है। पार्टी ने चेतावनी दी है कि बैठक से विधायकों की अनुपस्थिति को गंभीरता से लिया जाएगा। बताया जाता है कि बैठक से अनुपस्थित रहने पर पार्टी के करीब 10 बागी विधायकों को सदस्यता से अयोग्य ठहराने की स्पीकर से सिफारिश करने पर कांग्रेस नेता विचार कर रहे हैं। बैठक में सिद्धरामय्या के अलावा प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी केसी
venugopal , मल्लिकार्जुन खरगे, दिनेश गुंडुराव, जी. परमेश्वर आदि भाग लेंगे।
पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहने पर निलंबित पूर्व मंत्री आर. रोशन बेग ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं ने जिस तरह उनके साथ बर्ताव किया था उससे उनके मन को गहरी ठेस पहुंची है। उन्होंने एक
tv channel से बातचीत में कहा कि वे विधायक के पद से resgnation देकर भाजपा में शामिल हो जाएंगे।
सरकार बचाने के पूरे प्रयास: परमेश्वरदूसरी ओर उप मुख्यमंत्री डॉ.जी. परमेश्वर ने कहा कि गठबंधन सरकार को बचाने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। इस सिलसिले में एक सेवानिवृत्त
Judge से भी कानूनी सलाह मशविरा लिया गया है ताकि आवश्यक legal action का विकल्प तैयार रखा जाए। उन्होंने कहा कि मुंबई में डेरा डाले असंतुष्ट विधायकों को मनाकर उन्हें वापस
bengaluru लाया जाएगा। विधायकों को इस्तीफे स्वीकार करना है या नहीं इसका फैसला विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार करेंगे। हालांकि उन्होंने माना कि कुछ विधायकों की समस्याएं हंै और उन समस्याओं को हल करने का प्रयास जारी है।
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