
कर्नाटक स्वाध्याय संघ के तत्वावधान में विजयनगर ज्ञानशाला समिति की ओर से स्थानक भवन में आयोजित दस दिवसीय बाल संस्कार शिविर का समापन समारोह में शिविरार्थियों ने शिविर में सीखे गए ज्ञान व संस्कार की प्रस्तुतियां देकर मंत्रमुग्ध कर दिया। अध्यापिकाओं मिश्रीबाई दक, रेखा कोठारी, समता बोहरा, मंजु पोरवाड, रेखा गन्ना, विमला आंचलिया, शीतल दक, तृप्ति पोखरणा का संघ के पदाधिकारियों ने सम्मान किया। कई दानदाताओं ने ज्ञानशाला के लिए आर्थिक सहयोग राशि की घोषणा की।ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष सुरेशचंद खाब्या ने दानदाताओं का आभार जताया।ज्ञानशाला के चेयरमैन कन्हैयालाल सुराणा ने कहा कि बच्चों के लिए जैन संस्कार स्कूलों की अति आवश्यकता है। धन कमाने के लिए भले ही उच्च पढ़ाई की आवश्यकता हो ,परंतु उससे भी ज्यादा आज बच्चों को व्यावहारिक ज्ञान, जैन संस्कार तथा जैनत्व की शिक्षा की जरूरत है। इसी से हमारा जीवन सुखमय व सीमित होते हुए परिवारों के साथ खुशी से जीने में सहायक होगा।
ट्रस्ट के अध्यक्ष आनंद कुमार नाहर, पूर्व अध्यक्ष वसंत कुमार रांका ने अपने विचार व्यक्त किए। स्वाध्याय संघ के मीठालाल पटवा, महेंद्र कुमार बम्बकी, कांतिलाल गुगलिया का अभिनंदन किया गया। मुख्य प्रबंधक पंकज कुमार मेहता, अध्यापिका समता बोहरा ने ज्ञान शाला के कार्यपद्धति की विस्तृत जानकारी दी। इससे पहले अध्यापिका समता बोहरा एवं मंजु पोरवाड़ ने मंगल गीत से कार्यक्रम का शुभारंभ किया। प्रबंधक शंकरलाल दक, रवींद्र कुमार गांधी ने व्यवस्था संभाली। इस मौके पर महिला अध्यक्ष किरणबाई भंडारी, बहू मंडल अध्यक्ष मीना देसरला, ट्रस्ट उपाध्यक्ष राजेंद्र कुमार बोहरा, सहमंत्री रवींद्र कुमार जैन, सुनील कुमार लोढ़ा, कार्यकारिणी सदस्य प्रवीण कुमार आंचलिया, महावीर कुमार सुराणा, पारसमल मेहता, रतन लाल बोहरा, चेनराज छाजेड़, रतन लाल सुराणा आदि मौजूद थे। शंकरलाल दक ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
Published on:
19 Apr 2025 08:43 pm
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