इससे पहले सरकार ने 29 अगस्त को प्रीमियम शराब ब्रांडों की कीमतें कम कर दीं थीं। इस कमी से आम लोगों को कोई फ़ायदा नहीं हुआ क्योंकि प्रीमियम शराब ब्रांड मुख्य रूप से अमीर उपभोक्ताओं की मांग पूरी करते हैं।
अब, सरकार ने एक बार फिर बीयर की कीमतें बढ़ाने का प्रस्ताव रखा है, जिससे औसत शराब पीने वाले की जेब पर और ज़्यादा बोझ पड़ेगा। इस बार शराब में एल्कोहल की मात्रा के आधार पर तीन-स्लैब मूल्य निर्धारण प्रणाली भी शुरू की जाएगी। ये तीन स्लैब इस प्रकार हैं:
पहला स्लैब: 5% तक अल्कोहल की मात्रा वाली बीयर।
दूसरा स्लैब: 5% से 6% के बीच अल्कोहल की मात्रा वाली बीयर।
तीसरा स्लैब: 6% से 8% के बीच अल्कोहल की मात्रा वाली बीयर। सभी स्लैब में कीमतों में बढ़ोतरी होगी। नई कीमतों के साथ एक आधिकारिक आदेश जल्द ही प्रकाशित किया जाएगा। इस कदम से कर्नाटक में बिकने वाले सभी बीयर ब्रांड प्रभावित होने की उम्मीद है, जिससे उपभोक्ताओं पर और बोझ पड़ेगा क्योंकि राज्य राजस्व बढ़ाने की अपनी योजनाओं को आगे बढ़ा रहा है।