
कोरोना का संक्रमण: बाजार में पल्स ओक्सीमीटर, पीपीई किट व ऑक्सीजन रेगूलेटर का टोटा, 15 दिन में दोगुने हो गए दाम
हुबल्ली. मांग बढऩे के कारण पल्स ऑक्सीमीटर भाप लेने वाली मशीनें बाजार से गायब (pulse oximeter and steaming machines vanish from market) हो गई हैं। अच्छी कंपनियों की बजाय कुछ दुकानों पर अनजाने ब्रांड के पल्स ऑक्सीमीटर और भाप लेने की मशीनें बेहद महंगे दामों पर बेची जा रही हैं।
होम आइसोलेशन (Home Isolation) के दौरान ऑक्सीजन का सैचुरेशन लेवल जांचने के लिए पल्स ऑक्सीमीटर की जरूरत होती है। कोरोना वायरस संक्रमण से बचे रहने के लिए या फिर संक्रमण के बाद जल्दी स्वस्थ होने के लिए गर्म पानी की भाप लेना (स्टीम थेरेपी) जरूरी है। हुबल्ली-धारवाड़ के लोगों को पल्स ऑक्सीमीटर और भाप लेने की मशीन नहीं मिल रही हैं।
धारवाड़ जिले में कार्यरत इंजीनियर प्रकाश ने बताया कि करीब छह दवा दुकानों के चक्कर काटने के बाद दो दुकानों में पल्स ऑक्सीमीटर मिला। लेकिन, नई कंपनियों द्वारा निर्मित और कीमत भी करीब 2000 रुपए। चिकित्सकों के अनुसार पल्स ऑक्सीमीटर अच्छी गुणवत्ता वाले होने चाहिए।
एक दवा दुकानदार ने बताया कि कई ग्राहक पल्स ऑक्सीमीटर व भाप की मशीन लेने आ रहे हैं। मांग ज्यादा और आपूर्ति कम है। एक अन्य दुकानदार ने बताया कि प्रतिदिन 20-25 लोग पल्स ऑक्सीमीटर पूछने आते हैं। 21 अप्रेल के बाद से आपूर्ति ठप है।
धारवाड़ जिल केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष रविंद्र बी. ने बताया कि बाजार में पल्स ऑक्सीमीटर व भाप की मशीनों का टोटा है। लोग परेशान हैं। गत वर्ष कोरोना की पहली लहर के दौरान भी इसी तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ा था। मांग के बावजूद देश में पल्स ऑक्सीमीटर व भाप लेने की मशीनों का उत्पादन अपेक्षा अनुसार नहीं बढ़ाया गया। लोगों को दोनों उपकरण उपलब्ध हो सके, इसके लिए सरकार को हस्तक्षेप करना होगा।
Published on:
04 May 2021 10:30 pm
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