24 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

21 हजार से ज्यादा जर्जर स्कूल भवनों को मरम्मत या पुनर्निर्माण की जरूरत

कम प्रवेश वाले स्कूलों को बंद करने और विलय करने का सरकार का आदेश अभी भी लागू है। सरकार से अनुरोध है कि गरीब छात्रों के हित में वह जल्द से जल्द इस आदेश को आधिकारिक रूप से वापस ले।

less than 1 minute read
Google source verification

School (Image: Patrika)

अखिल भारतीय लोकतांत्रिक छात्र संगठन (एआइडीएसओ), कर्नाटक ने राज्य सरकार से 21 हजार से ज्यादा जर्जर स्कूल भवनों की मरम्मत और पुनर्निर्माण की मांग की है। साथ ही 60 हजार से ज्यादा रिक्त शिक्षक पदों को भरने की आवश्यकता है।

एआइडीएसओ AIDSO ने मंगलवार को जारी बयान में कहा कि एआइडीएसओ सोमवार को विधानसभा में स्कूली शिक्षा व साक्षरता मंत्री मधु बंगारप्पा के उस बयान का स्वागत करता है, जिसमें उन्होंने बताया कि राज्य में कम प्रवेश के कारण एक भी सरकारी स्कूल बंद नहीं हुआ है और भविष्य में ऐसा कोई स्कूल बंद नहीं होगा। एआइडीएसओ, कर्नाटक के सचिव अजय कामत ने कहा कि कम प्रवेश वाले स्कूलों को बंद करने और विलय करने का सरकार का आदेश अभी भी लागू है। सरकार से अनुरोध है कि गरीब छात्रों के हित में वह जल्द से जल्द इस आदेश को आधिकारिक रूप से वापस ले।