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राहत कार्य: अब तक 4300 को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया

हर तरफ तबाही का मंजर

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राहत कार्य: अब तक 4300 को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया

बेंगलूरु. मूसलाधार बारिश के बाद बाढ़ त्रासदी से जूझ रहे राज्य के कोडुगू जिले में सोमवार को भी राहत एवं बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी रहा। राजस्व विभाग के अधिकारियों के मुताबिक पिछले दो सप्ताह के दौरान अभी तक 9 जानें जा चुकी हैं। बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे 4320 से अधिक लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। सेना, नौसेना, वायुसेना, राष्ट्रीय आपदा राहत बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा राहत बल (एसडीआरएफ), होमगार्ड और नागरिक रक्षा बल आदि के 1200 से ज्यादा जवान लगातार बाढ़ प्रभावित इलाकों में सेवाएं दे रहे हैं।

दो सप्ताह पहले शुरू हुई मूसलाधार बारिश अभी भी पवर्तीय इलाकों में थमी नहीं है लेकिन, बचाव कर्मी प्रभावित लोगों तक राहत पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे। बाढ़ की हालत पांचवें दिन भी गंभीर बनी हुई थी। अभी तक 1206 मकान (845 कोडुगू और 361 दक्षिण कन्नड़) या तो पूरी तरह या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। इसके अलावा कोडुगू जिले में 278 सरकारी भवनों को नुकसान पहुंचा है। लगभग 123 किमी सड़क या तो बाढ़ के पानी में पूरी तरह बह चुकी है या अनगिनत भू-स्खलन के कारण गुफे में तब्दील हो गई है।

जिले में 3800 से अधिक ज्यादा ट्रांसफार्मर और हजारों बिजली के खंभे गिर गए हैं जिससे पांचवे दिन भी कई इलाके अंधेरे में डूबे हुए हैं। नवीनतम जानकारी के अनुसार भू-स्खलन और बाढ़ में अभी भी कई जगहों पर लोग फंसे हुए हैं। जिला प्रशासन ने स्कूल और कॉलेजों की छुट्टियां मंगलवार तक बढ़ा दी है। आपदा राहत बल सूचना मिलते ही सुदूर ग्रामीण इलाके तक पहुंच रहे हैं और बाढ़ में फंसे लोगों को निकालकर शिविरों तक पहुंचा रहे हंै। राहत एवं बचाव में नावों का भी उपयोग किया जा रहा है।

फंसे हुए लोगों को निकालने और खाद्य सामग्री वितरित करने के लिए वायुसेना ने हेलीकॉप्टरों की तैनाती की है। कोडुगू में बनाए गए अस्थायी शिविरों या राहत केंद्रों में रह रहे लोगों को चिकित्सकीय सुविधा मुहैया कराने के लिए बेंगलूरु, मैसूरु, रामनगर, मण्ड्या, हासन और चामराजनगर से चिकित्सकों की टीम पहुंच गई है। अधिकारियों का कहना है कि मूसलाधार बारिश के कारण हुए नुकसान की भरपाई करने में महीनों लग जाएंगे। भू-स्खलन के कारण बड़े पैमाने पर जमा हुए कचरे को हटाने के लिए 60 से अधिक जेसीबी 24 घंटे काम कर रहे हैं।